UN में भड़के फलस्तीनी राजदूत, गाजा में इस्राइली नरसंहार रोका जाए
‘फलस्तीनियों को मारने से इस्राइल नहीं होगा अधिक सुरक्षित’, आगे जो भी होगा वह निर्णायक है।
न्यूयॉर्क, जनजागरुकता डेस्क। संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन के राजदूत रियान मंसूर ने इस्राइल की निंदा की। जमकर खरी खोटी सुनाई। इस दौरान उन्होने कहा कि इस्राइल को अपनी भूमि पर कब्जे के लिए जिम्मेदार माना है। फलस्तनीतियों को मारने से इस्राइल कभी भी अधिक सुरक्षित नहीं होगा। अंतरराष्ट्रीय कानून में नरसंहार करने का कोई अधिकार नहीं है। इसे रोका जा सकता है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। इसमें और देरी करना खतरनाक हो सकता है।’
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया देख रही है। पिछले 11-12 दिनों की घटनाएं अगले 10 वर्षों को काफी बदल सकती है। आगे जो भी होगा वह निर्णायक है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को लगता है कि हालात नियंत्रण में है, जिसके लिए योजना बना सकते हैं और लागू कर सकते हैं, तो गलत है। यह इस तरह का युद्ध है, जहां यह पता होता है कि इसे कैसे शुरू किया जाए, लेकिन यह पता नहीं होता कि यह समाप्त कैसे होगा।
इस्राइल हर दिन गाजा में नरसंहार कर रहा
गाजा में नरसंहार के लिए इस्राइल को दोषी ठहराते हुए राजदूत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून में नरसंहार करने का कोई अधिकार नहीं है। इस्राइल हर दिन गाजा में नरसंहार कर रहा है। पिछले 10 दिनों से आपने देखा है कि हमले में पूरे परिवार, स्कूल, अस्पताल, आवासीय इमारतें और काफिले को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘आप सभी कहेंगे कि नागरिक जीवन की रक्षा की जानी चाहिए और फिर भी आप में से कुछ, अब तक, हमले को रोकने के लिए तत्काल युद्धविराम का आह्वान करने में असमर्थ हैं।’
इसे तुरंत रोका जाना चाहिए
उन्होंने कहा, 'अगर परिषद ने दो दिन पहले संघर्ष विराम का आह्वान किया होता और उसके अनुसार काम किया होता तो इससे सैकड़ों लोगों की जान बच जाती। शायद कुछ लोगों के लिए सैकड़ों फलस्तीनी जीवन को बचाना इतना महत्वपूर्ण नहीं है। उन्होंने आगे कहा, ‘हमने महीनों पहले परिषदों से कहा था कि सभी के जीवन को बचाने के लिए कार्य करें। आपने तब हमारी बात नहीं सुनी। अब वही गलती न करें। यह उस तरह का युद्ध है, जहां आप जानते हैं कि यह कैसे शुरू होता है और अब तक कोई जानकारी नहीं है कि यह कैसे समाप्त होगा। इसे रोका जा सकता है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।’