आया संदेश.. मैं चंद्रयान-3 हूं.. मुझे चन्द्रमा की ग्रैविटी महसूस हो रही..
भारत चांद से बस एक कदम दूर है! चंद्रयान 3 की सफलता के साथ ही भारत अंतरिक्ष की चौथी महाशक्ति बन जाएगा।
नई दिली, जनजागरुकता डेस्क। भारत की अंतरिक्ष में बढ़ती धमक ने दुनिया को चौंका दिया है। शनिवार शाम को इसरो का चंद्रयान-3 चांद की ऑर्बिट में सफलतापूर्वक प्रवेश कर चुका है। इसरो ने इस सफलता की खुशी का इजहार किया है। इस पर देश को भी गर्व है। पूरा देश खुशियां मना रहा है। चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद यान ने इसरो को अपना पहला संदेश भी भेजा है। वो मैसेज है 'MOX, ISTRAC, मैं चंद्रयान-3 हूं। मुझे चन्द्रमा की ग्रैविटी महसूस हो रही है। जाहिर है मिशन चंद्रयान-3 ने बड़ी चुनौती को पार कर लिया है।
आगे दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग 23 अगस्त को
भारत के मिशन चंद्रयान-3 ने 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद चांद की ऑर्बिट में एंट्री की। इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस प्रोसेस को अंजाम देने में कुल आधे घंटे का समय लगा। आने वाले 17 दिनों में चंद्रयान-3 चंद्रमा के चार चक्कर के बाद ऑर्बिट को पार करते हुए चंद्रमा पर जा पहुंचेगा। यानी सबकुछ तय वक्त के अनुसार चलता रहा तो 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जा सकेगी।
मिशन चंद्रयान-3 में खर्च किए 600 करोड़
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपनी महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-3 के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 14 जुलाई को चंद्रयान-3 पृथ्वी से चांद के लिए निकला था। शनिवार शाम 7.15 बजे के करीब इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया। यान चंद्रमा की ग्रैविटी में कैप्चर हो सके इसके लिए इसकी स्पीड कम की गई। स्पीड कम करने के लिए इसरो के वैज्ञानिकों ने यान के थ्रस्टर को कुछ देर के लिए फायर किया जिसके बाद चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया।
चंद्रयान 4 बार अपनी ऑर्बिट बदलेगा
चंद्रमा पर लैंडिंग से पहले चंद्रयान 4 बार अपनी ऑर्बिट बदलेगा। इस पूरी प्रक्रिया को मिशन आपरेशंस कांप्लेक्स (MOX) बेंगलुरु से पूरा किया गया। इसरो के मुताबिक चंद्रयान-3 को अगली कक्षा में पहुंचाने की प्रक्रिया यानि रिडक्सन आफ आर्बिट रात 11 बजे पूरी की गई।
अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने की इसरो की तारीफ
इसरो की इस शानदार उपलब्धि की तारीफ करते हुए अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा, ''चंद्रयान 3 चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित हो गया है। आने वाले दिनों में इसे चांद से 100 किलोमीटर की दूरी तक उतारा जाएगा। यात्रा बिना किसी बाधा के जारी है और चांद के करीब आ रहा है, और ज्यादा करीब।''
भारत बनेगा अंतरिक्ष की चौथी महाशक्ति
बता दें कि चंद्रयान 3 की सफलता के साथ ही भारत अंतरिक्ष की चौथी महाशक्ति बन जाएगा। अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ही चंद्रमा पर अपने यान की सॉफ्ट-लैंडिंग करा सके हैं। अब हर एक बीतते दिन के साथ भारत की उम्मीदें बढ़ती जा रही है।