समुद्री सुरक्षा चुनौतियों पर समीक्षा बैठक, एयर चीफ मार्शल के साथ रक्षा मंत्री

आवश्यक सुरक्षित समुद्री वातावरण तैयार करने, देश के विकास की दिशा में कई अंतर-मंत्रालयीन पहलुओं को आगे बढ़ाने के लिए नौसेना का 3 दिवसीय सम्मेलन शुरू हो गया है। शीर्ष कमांडर समीक्षा करेंगे।

समुद्री सुरक्षा चुनौतियों पर समीक्षा बैठक, एयर चीफ मार्शल के साथ रक्षा मंत्री

नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। देश के समग्र आर्थिक विकास के लिए आवश्यक सुरक्षित समुद्री वातावरण तैयार करने, देश के विकास की दिशा में कई अंतर-मंत्रालयीन पहलुओं को आगे बढ़ाने के लिए नौसेना (Indian Navy) का 3 दिवसीय सम्मेलन शुरू हुआ है। चीन की बढ़ती सैन्य ताकत को लेकर शीर्ष कमांडर इसमें समीक्षा कर रहे हैं।

भारत की समुद्री सुरक्षा चुनौतियों की व्यापक चर्चा में हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की सैन्य ताकत बढ़ती जा रही है। इसके बीच भारत नौसेना के शीर्ष कमांडर सोमवार से सम्मेलन में चीन की हरकतों की समीक्षा के साथ इसमें भारते के तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाने के तौर-तरीकों पर भी विचार विमर्श जारी है।

एयर चीफ मार्शल के साथ रक्षा मंत्री व सुरक्षा सलाहकार की मंत्रणा

समीक्षा बैठक को लेकर नौसेना अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी सम्मेलन में नौसेना कमांडरों के साथ मंत्रणा कर रहे हैं। सम्मेलन और एनएसए, सेना और भारतीय वायु सेना के प्रमुखों के साथ बातचीत का उपयोग परिचालन वातावरण का विश्लेषण करने, तीनों सेनाओं के बीच तालमेल के मुद्दे पर विचार-विमर्श करने और समुद्री बलों की तैयारी का आंकलन करने के लिए भी किया जाएगा।  

सम्मेलन में कई नीतिगत निर्णयों पर भी मंथन

यह आयोजन नौसेना कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन है, जो महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों पर विचार-विमर्श और निर्माण के लिए आपसी बातचीत की सुविधा प्रदान करता है। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार की अध्यक्षता में भारतीय नौसेना का वरिष्ठ नेतृत्व पिछले छह महीनों के दौरान किए गए प्रमुख परिचालन, सामग्री, रसद, मानव संसाधन, प्रशिक्षण और प्रशासनिक गतिविधियों की समीक्षा करेंगे। सम्मेलन में आगामी महीनों में आगे बढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ नौसेना कमांडरों की संस्थागत बातचीत का अवसर भी प्रदान करेगा।

janjaagrukta.com