मेधावी बच्चों ने हेलीकॉप्टर से भरी सपनों की उड़ान, कहा-दूसरे बच्चे भी प्रेरणा लेंगे

मेधावी बच्चों ने हेलीकॉप्टर से भरी सपनों की उड़ान, कहा-दूसरे बच्चे भी प्रेरणा लेंगे

जनजागरुकता विशेष 

रायपुर, जनजागरुकता। प्रेम विश्वास पंखाजूर कांकेर से रायपुर के लिए रवाना हुआ तो घर में मां अकेली थी और चिंतित लग रही थी लेकिन बेटे का अरमान साकार होता देख चुप थी। चेहरे पर हल्की मुस्कान भरी और आशीर्वाद दिया और बोली बेटा जल्दी आना जबकि पुसौर रायगढ़ के एकांत प्रधान के परिवार में भाई बहन सभी खुश थे.. हाथ हिलाया और कहा भाई जाओ मजा करो। 

इधर महासमुंद केे जिनेद्र बरिहा टैक्सी में बैठे बैठे आसमान को देखकर खुश हो रहा था कि पहली बार वह भी आसमान में उड़ते पंछियों को पास से देख पाएगा। ये कहानी नहीं हकीकत है मेधावी बच्चों के अंदर उमड़ रहे उन बादलों की जो हेलीकॉप्टर से आसमान की सैर करने शनिवार की सुबह घर से निकले थे। 

janjaagrukta.com

इन सभी मेधावी बच्चों के मन को "जनजागरुकता" janjaagrukta.com ने टटोला तो उनके चेहरों पर अलग ही मुस्कान थी। आत्मविश्वास से भरे इन बच्चों बताया कि हेलीकॉपटर में बैठकर नीचे  देखा तो पूरा रायपुर मिनी रायपुर की तरह लग रहा था। सभी ने सीएम भूपेश बघेल और शि7ा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम की पहल को सार्थक और शानदार बताया तथा कहा कि इससे दूसरे छात्र छात्राओं को प्रेरणा मिलेगी, वे भी हेलीकॉप्टर में सफर करने के लिए मेहनत करेंगे

प्रेम विश्वास इंजीनियर बनना चाहता है, अनोखे सम्मान के लिए सीएम को दिया धन्यवाद

"जनजागरुकता" janjaagrukta.com से पहले व नए अनुभव को साझा करते हुए कांकेर पंखाजूर से 10वीं के टॉपर प्रेम विश्वास ने कहा कि उनके पिता मनोरजंन विश्वास का निधन उस समय हो गया था, जब वह 2 साल का ही था। उसने प्रतिभा के इस अनोखे सम्मान के लिए सीएम भूपेश बघेल का विशेष धन्यवाद अदा कर कहा कि अब मेरे हौसले और भी बुलंद हो गए कि मैं इंजीनियर ही बनूंगा। उसके बाद से मां पूर्णिमा विश्वास ने ही पूरा लालन पालन किया। आज वह 17 साल का है। मां कन्या हॉस्टल की कैंटीन में खाना बनाने का काम करती है। पंखाजूर हाईस्कूल के इस युवा का सपना है कि साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर मां के विश्वास को पूरा करे और छोटे भाई की पढ़ाई में सहयोग करे । उसका कहना था कि कठिनाई से सबक मिलता है पर हेलीकॉप्टर में बैठकर तो यह निश्चित कर लिया है कि अब इंजीनियर ही बनना हेै। 

12वीं के टॉपर एकांत प्रधान के साथियों को भी अब इंतजार है...

कृषि वैज्ञानिक बनने की ऊर्जा के साथ रायपुर के पुलिस परेड मैदान में हेलीकॉप्टर की सैर करने पहुंचे 12वीं के टॉपर एकांत प्रधान पिता नीरज प्रधान ने बताया कि वह जब हेलीकॉप्टर में बैठा तो कान में कई प्रकार की आवाजें आ रही थी।

सभी साथी तेज आवाज के साथ सभी उत्सुकता से बैठे रहे और आपस में बात भी नहीं कर सके। जब सैर कर परेड मैदान में उतरे तो 5 मिनट तक कान शून्य हो गया था, फिर पिता ने नाम लिया तो आवाज सुनाई दी । उन्होंने बताया कि न्यू रायगढ़ पुसौर स्कूल के दोस्तों को भी अब इतंजार है कि वह जल्द हेलीकॉप्टर का मजा ले सकेंगे। 

जिनेंद्र के प्रेरणास्रोत बने पायलट

आईएएस की तैयारी में जुटे जिनेंद्र बरिहा पिता संजय कुमार बरिहा ने बताया कि हेलीकॉप्टर में अंदर काफी गर्मी थी। हम सभी ने बेल्ट बांधकर खिड़कियों से नीचे देखा तो सब छोटा-छोटा लग रहा था पर बेहद मजा आया।

अब तक घर की छत से हेलीकॉप्टर को उड़कर जाते देखा था पर आज अहसास हो गया कि पायलट कितनी मेहनत, सतर्कता और जिम्मेदारी से हेलीकॉप्टर उड़ाते हैं। 

खुशांक भी सुखद प्रेरणा लेकर लौटा

खुशांक कुमार देवागंन पिता ओमप्रकाश देवागंन 12वीं का टॉपर है। वह कहता है-सीए की पढ़ाई करना है लेकिन हेलीकॉप्टर में सैर का अनुभव बहुत मीठा है।

इससे आने वाली पीढ़ी को अच्छी पढ़ाई के लिए प्रेरणा मिलेगी। उसके पिता ओमप्रकाश सरकारी यूनीफार्म सप्लायर हैं ।उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर से आसमान की तरफ देखा तो और पास जाने का मन कर रहा था।

अभिभावकों ने कहा-बच्चों ने भरी अरमानों की उड़ान

हेलीकॉप्टर में सैर के लिए लेकर पहुंचे अभिभावक नीरज प्रधान और संजय कुमार बरिहा ने कहा कि बच्चों ने आज हेलीकॉप्टर में उड़कर अरमानों की उड़ान भर ली है । उन्होंने कहा कि बच्चे हेलीकॉप्टर में सवार हो रहे थे तो मन घबराया जरूर पर पायलट की विश्वास भरी मुस्ककान से घबराहट काफूर हो गई। उड़ान पूरी कर लौटे सभी बच्चों ने बताया कि उन्होंने आसमान से रायपुर रेलवे स्टेशन स्टेडियम मंदिर सहित सभी चीजें देखी जो काफी सुदंर लग रही थीं।  वे कहते हैं कि एैसे सफर में मां पिता होते तो और मजा आता।

सीएम की ओर से होटल में लंच भी दिया गया- सोधियां 

बता दें कि सीएम भूपेश बघेल और शिक्षामंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बोर्ड परीक्षा में टॉपर बच्चों को हेलीकॉप्टर से सैर कराने की घोषणा की थी जिसमें आज 125 बच्चों को सैर कराई गई। छग बोर्ड में सहायक सचिव आरके सोधियां ने कहा कि बच्चे काफी खुश थे, बच्चों को सीएम की ओर से होटल में लंच भी दिया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों ने सीएम की तारीफ कर एक अपील के माध्यम से धन्यवाद किया और कहा उनके छोटे भाई भी अब और अधिक मेहनत करेंगे।

janjaagrukta.com