चैत्र नवरात्रि- पूरे 9 दिन मंगलकारी, नए घर में प्रवेश कर पाएं सुखमय जीवन
बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं। नवरात्रि के शुभ अवसर पर नए बिजनेस की शुरुआत, नए घर में प्रवेश कर सकते हैं।
जीवन मंत्र.. मानें चाहे न मानें..
जनजागरुकता, धर्म डेस्क। चैत्र नवरात्रि का पवित्र पर्व जारी है। इस अवसर का सनातन धर्मावलंबियों को बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। पूरे नौ दिनों तक हर मनुष्य का जीवन बड़ी सात्विकता में गुजरता है। माता की अराधना में लोग डूबे रहते हैं। इस दौरान अनेक धार्मिक के साथ ही पुण्य और शुभ कार्य किए जाते हैं। नए काम, नए घर, नया व्यापार की लोग शुरूआत करते हैं।
इसी के तहत हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। ये पर्व देश के साथ पूरे विश्व में बड़े ही धूम-धाम और श्रद्धा से मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी को प्रशन्न करने भक्त व्रत रखते हैं। विधि-विधान से पूजा करते हैं। नवरात्रि के ये पावन दिनों ेमं शुभ कार्यों के लिए बेहद और उत्तम माने जाते हैं।
हर दिन मंगलकारी
शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि की नौ तिथियां ऐसी होती हैं, जिसमें बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं। नवरात्रि के शुभ अवसर पर नया बिजनेस की शुरुआत, नए घर में प्रवेश करते हैं। नवरात्रि में गृह प्रवेश करना शुभ माना जाता है। ऐसे में यदि आप भी ऐसा कुछ करना चाहते हैं तो कर लें।
इन बातों का ध्यान रखें
गृह प्रवेश करने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना होगा। आपको बता दें कि नवरात्रि में गृह प्रवेश करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए..
ऐसे करें गृह प्रवेश
नए घर में प्रवेश करते समय कलश को साथ जरूर रखें। इस कलश में जल भर कर उसमें आम की 8 पत्तियां और नारियल रखें। साथ ही कलश और नारियल पर कुमकुम से स्वस्तिक का चिन्ह जरूर बनाएं। नवरात्रि के दौरान गृह प्रवेश से पहले घर के मुख्य द्वार पर अशोक या आम के पत्तों और गेंदे के फूल से बना तोरण जरूर लगाएं। इसके अलावा अबीर और रंगों की सहायता से मां लक्ष्मी के पद चिन्ह और रंगोली बनाएं।
पति-पत्नी साथ करें प्रवेश
नवरात्रि में नए घर में गृह प्रवेश करते समय कलश के साथ मांगलिक चीजें जैसे- नारियल, हल्दी, गुड़, अक्षत जरूर लें जाएं। इसके अलावा नए घर में प्रवेश करते समय एक बात का जरूर ध्यान रखें कि पति-पत्नी को साथ में प्रवेश करना चाहिए। नए घर में प्रवेश करते समय पति को अपना दाहिना पैर आगे और पत्नी को बायां पैर आगे रखना चाहिए।
ईशान कोण में मंगल कलश की स्थापना
इसके बाद भगवान गणेश का ध्यान करते हुए मंत्रोच्चारण के साथ घर के ईशान कोण में बने पूजा घर में मंगल कलश की स्थापना करें। साथ ही भगवान गणेश की मूर्ति, दक्षिणावर्ती शंख और श्रीयंत्र की स्थापना पूजा घर में जरूर करनी चाहिए।
गंगाजल, हल्दी और चावल का छिड़का
नवरात्रि में गृह प्रवेश के बाद घर के हर कोने में गंगाजल, हल्दी और चावल का छिड़काव जरूर करें। इसके साथ ही नवरात्रि में गृह प्रवेश करने पर दुर्गा सप्तशती का पाठ और रामचरितमानस का पाठ करना शुभ होता है।