रेलवे ब्रिज पर ट्रेन से कटकर महिला रसोइया की मौत, 3 ने भागकर बचाई जान
उसके साथ 3 महिलाएं और थीं जिन्होंने दौड़कर जान बचा ली लेकिन मरने वाली महिला हड़बड़ा गई और ट्रेन उसके शरीर के 3 टुकड़े करते गुजर गई।
चिकपाल स्कूल की रसोइया थी मृतक महिला, दंत्तेवाड़ा जिला मुख्यालय में रसोइया संघ के धरने में शामिल होने आई थी।
दंत्तेवाड़ा, जनजागरुकता। दंत्तेवाड़ा में गुरुवार देर शाम को रेलवे ब्रिज पर ट्रेन से कटकर एक महिला की मौत हो गई। महिला कटेकल्याण ब्लॉक के चिकपाल गांव की रहने वाली है, जो दंतेवाड़ा ज़िला मुख्यालय में रसोइया संघ के धरने में शामिल होने आई थी।
दरअसल उसके साथ 3 महिलाएं और थीं जिन्होंने दौड़कर जान बचा ली लेकिन मरने वाली महिला हड़बड़ा गई और ट्रेन उसके शरीर के 3 टुकड़े करते गुजर गई। दंतेवाड़ा में अंवराभांटा रेलवे ब्रिज पर 2018 में भी बड़ा हादसा हो चुका है, तब कुपेर गांव की 4 महिलाओं की इसी ब्रिज पर ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी।
गांव-गांव से पहुंचे रसोइया जिला मुख्यालय में दुर्गा मंडप में ही डेरा जमाए हुए हैं, चिकपाल की रसोइया जिसका नाम पुलिस मंगली बता रही है लेकिन चिकपाल के सरपंच जितेंद्र ने मृतका रसोइया का नाम सुकड़ी बता रहे हैं। महिला रसोइया खाना बनाने के लिए रेलवे ब्रिज को पार कर तीन अन्य रसोइया महिलाओं के साथ जंगल से लकड़ी लेने गई थी,तभी सामने से ट्रेन आ गई। इस दौरान 3 महिलाओ ने ब्रिज के किनारे लेटकर अपनी जान बचा ली लेकिन सुकड़ी हड़बड़ा गई और ट्रेन की चपेट में आ गई जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जो रसोइए घर नहीं जा पाते वे धरना स्थल पर ही खाना बनाकर रह रहे
कोतवाली पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है। दंतेवाड़ा में जिले भर की रसोइया इस समय एकत्र हैं, जो सुबह से शाम तक धरना दे रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर, जिसमें पुरुष, महिला दोनों शामिल हैं, जिला मुख्यालय के आसपास के रसोइया शाम को घर लौट जाते हैं लेकिन कुआकोंडा, कटेकल्याण जिनकी दूरी जिला मुख्यालय से 25 और 50 किलोमीटर है, वहां के रसोइया जिला मुख्यालय में ही डेरा जमाए हुए हैं।