थाना में अस्पताल के कर्मचारी की मौत, आक्रोशित लोगों ने थाने में किया पथराव..
इस घटना के तूल पकड़ते ही एसपी ने देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया है।
बलरामपुर-रामनुजगंज, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर-रामनुजगंज (Balrampur-Ramnujganj) जिले के कोतवाली थाना में एक अस्पताल के कर्मचारी की कथित तौर पर मौत हो गई। जिसको लेकर कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने कोतवाली थाना में जमकर हंगामा किया। वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। इस स्थिति से निपटने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिला में गुरूवार को एक अस्पताल के कर्मचारी गुरूचरण मंडल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि पिछले 20 दिनों से गुरूचरण की पत्नी लापता थी। जिसके चलते पुलिस गुरूचरण को कई बार थाने में पूछताछ के लिए बुलाते थे। इस दौरान गुरूवार को भी गुरूचरण मंडल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जिसके चलते उसकी कथित तौर पर मौत हो गई। जिसके बाद मृतक के परिजनों ने कोतवाली में हंगामा मचा दिया है. सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव कर दिया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। इस स्थिति से निपटने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को हटाने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस पूछताछ के नाम पर उसके साथ मारपीट कर प्रताड़ित कर रही थी। जिससे उसकी मौत हो गयी। इस घटना को आत्महत्या दिखाने के लिए लाश को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। मृतक के परिजनों के इन आरोपों को पुलिस अधिकारी खारिज कर रहे है। हालाँकि सभी प्रदर्शनकारी थाने के बाहर जमे हुए हैं एवं चक्का जाम अभी भी जारी है।
इस घटना के तूल पकड़ते ही एसपी ने देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया है।
वही डीपीएम स्मृति एक्का ने कहा कि संदिग्ध परिस्थितियों में हमारे कर्मचारियों की मौत हुई है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। घटना की जानकारी मिलने पर भाजपा जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश जायसवाल भी कोतवाली थाने पहुंचे। वहीं, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष राजू सिंह सहित अन्य कांग्रेस नेता ने भी घटना को दुख व्यक्त करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।