"जनजागरुकता" की खबर का असरः सीएम ने 24 घंटे के अंदर किया हमारे बाल वैज्ञानिक पीयूष की किताब का विमोचन

सीएम ने समय निकालकर इस बाल वैज्ञानिक का मान व प्रोत्साहन दोनों बढ़ाया। इस तरह किताब प्रकाशन के 3 माह बाद पीयूष की इच्छा पूरी हुई।

"जनजागरुकता" की खबर का असरः सीएम ने 24 घंटे के अंदर किया हमारे बाल वैज्ञानिक पीयूष की किताब का विमोचन

देवभोग, जनजागरुकता। आखिरकार नन्हे वैज्ञानिक पीयूष  द्वारा वेग रहस्य पर किये गए शोध की किताब मिस्ट्री ऑफ वेलोसिटी पर लिखी किताब का विमोचन सीएम भूपेश ने कर ही दिया, जिसकी प्रतीक्षा पीयूष लंबे समय से कर रहा था। 

राजधानी निवासी कांग्रेस नेता विनोद तिवारी की पहल पर सीएम ने समय निकालकर इस बाल वैज्ञानिक का मान व प्रोत्साहन दोनों बढ़ाया। इस तरह किताब प्रकाशन के 3 माह बाद पीयूष की इच्छा पूरी हुई। बताना जरूरी है कि "जनजागरुकता" janjaagrukta.com ने अपने न्यूज़ पोर्टल पर 28 अगस्त की शाम को चलाई थी, उसके 24 घंटे बाद ही सीएम ने किताब का विमोचन कर दिया। 

रविवार को दिल्ली में सामाजिक राष्ट्रीय सम्म्मेलन में पुरस्कार लेकर आज पीयूष जायसवाल अपने परिवार के साथ सीधे सीएम हाउस पहुंचा और सीएम ने पीयूष की लिखी किताब का विमोचन किया। मार्च में यह किताब प्रकाशित हो चुकी थी पर पीयूष की इच्छा थी कि सीएम भूपेश बघेल विमोचन करें।

सीएम भूपेश बघेल ने दिया आशीर्वाद
प्रदेश के कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पीयूष की मंशा सीएम तक हहुंचाई, आज शाम 6 बजे सीएम हाउस में विमोचन कर सीएम ने प्रतिभावान छात्र की उपलब्धि की सराहना कर उसे प्रदेश का गौरव बताया। सीएम ने पीयूष के उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया। इस अवसर पर विनोद तिवारी, पीयूष के दादा केआर जायसवाल, पिता पीएल जायसवाल, माता सुनीता जायसवाल, बहन साक्षी जायसवाल के अलावा इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड की अथार्टी की मेम्बर सोनल वर्मा मौजूद थीं।

13 साल की उम्र में 12 उपलब्धियां हासिल की हैं पीयूष ने
पीयूष ने यूएसए के मान्यता प्राप्त जर्नल 'आईजेएसईआर' से 13 साल की उम्र में पीएचडी की व वैज्ञानिक की उपाधि प्राप्त की है।

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से "एस्ट्रोफिजिक्स पर सबसे कम उम्र के पुस्तक लेखक" का खिताब भी पीयूष को मिला है। सबसे कम उम्र के लेखक का खिताब अपने नाम करके 12 साल की उम्र में खगोल विज्ञान के बारे में एक किताब 'फुलफिल ऑफ कॉसमॉस' भी लिखी है। खगोल भौतिकी के बारे में वेग रहस्य (velocity mystery) पर अपना शोध करके सबसे कम उम्र के बाल वैज्ञानिक बनने का गौरव भी उसे हासिल है।

NASO ओलंपियाड से स्वर्ण पदक और सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है। विदेश यात्रा के लिए भी चयन हुआ था। सार्वजनिक भाषण में व कवि सम्मेलन में स्वर्ण पदक विजेता भी रहा है। वह सैनिक स्कूल, पुंगलवा, नागालैंड के लिए चयनित भी हो चुका है।

भवगत गीता पाठ, गीता प्रश्रोत्तरी में छत्तीसगढ़ संस्कृत शिक्षा संस्थान से राज्य स्तर पर प्रथम स्थान के साथ गोल्ड मैडल व सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया है। और तो और राष्ट्रपति बाल वीरता पुरस्कार 2023 के लिए नामित भी हुआ है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान की ओर से  छत्तीसगढ़ के आदर्श गौरव समाज भूषण सम्मान पत्र व विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया जा चुका है। 

विदेशों से भी मिला पीयूष को सम्मान
पीयूष ने बताया कि उसे विद्यालय प्रबंधन भिलाई के सबसे बड़ी शिक्षण संस्थान शकुंतला विद्यालय (सीबीएसई) स्कूल की ओर से कक्षा 9वीं से 12वीं तक की संपूर्ण आवासीय सुविधा के साथ निःशुल्क शिक्षा मिल रही है। उसने बताया कि अखिल भारतीय कलवार,  कलाल व कलार राष्ट्रीय महासभा दिल्ली द्वारा 2022 के लिए दिया जाने वाला नागरिक सम्मान भी मिला। विज्ञान के क्षेत्र में किए गए इस उल्लेखनीय कार्य के लिए कलचुरी गौरव, सम्मान उपाधि, सम्मान पत्र (मोमेंटो) के साथ 28 अगस्त 2022 को दिल्ली में भारत भर व विदेशों से आए अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।

विनोद तिवारी ने हवाई अड्डे से अपनी गाड़ी से पीयूष के परिवार को सीएम निवास तक पहुंचाया
बताना जरूरी है कि "जनजागरूकता" janjaagrukta.com पर खबर चलते ही राजधानी के कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने सीएम भूपेश बघेल से किताब के विमोचन का अनुरोध किया, जिस पर सीएम ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। उन्होंने आज शाम 6 बजे का समय दिया जबकि पीयूष परिवार सहित दिल्ली में था। उसका परिवार ट्रेन से कल पहुंच पता पर खबर मिलते ही वे फ्लैट से शाम को रायपुर पहुंच गए। विनोद ने अपनी गाड़ी से पीयूष व उसके परिवार को सीएम निवास तक पहुंचाया और इस तरह किताब का विमोचन हो सका। janjaagrukta.com