पाकिस्तान-चीन में हुआ 'परमाणु-समझौता, भारत को लगा झटका
चीन लगाएगा पाक में 1200 मेगावाट का परमाणु प्लांट। इस समझौते से भारत-पाक के बीच तनाव और बढ़ेगा।
इस्लामाबाद, जनजागरुकता डेस्क। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती दोस्ती और पीएम नरेंद्र मोदी के वॉशिंगटन दौरे से बौखलाए चीन ने कंगाल हो चुके पाकिस्तान के साथ विशाल परमाणु बिजली प्लांट पर समझौता किया है। पाकिस्तान के पास जनता को खिलाने के लिए पैसे नहीं हैं और इसके बाद चीन 3.48 अरब डॉलर की लागत से परमाणु बिजली प्लांट बनवा रहा है। चीन के इस समझौते को भारत चीन की नई खतरनाक चाल के रुप में देख रहा है।
3.48 अरब डॉलर की हुई डील
पाक-चीन के बीच यह परमाणु समझौता 1200 मेगावाट की सी-5 परमाणु ऊर्जा परियोजना का है, जिसकी लागत 3.48 अरब डॉलर बताई जा रही है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की मौजूदगी में इस परियोजना के समझौते पर चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन ओवरसीज लिमिटेड के अध्यक्ष और पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग के सदस्य पावर मुहम्मद सईद उर रहमान ने साइन किए।
हिमालय से ऊंची है चीन-पाक दोस्ती
इस समझौते से गदगद पीएम शहबाज शरीफ ने डींगे हांकते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह समझौता दर्शाता है कि हमारी दोस्ती हिमालय से ऊंची है, गहरे समुद्र से भी गहरी है, लोहे और स्टील से भी मजबूत है। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान और चीन को 'आयरन ब्रदर्स' कहकर संबोधित किया था। इस समझौते से भारत-पाक के बीच तनाव और बढ़ेगा।
चीनी सरकार ने पाक को 30 अरब की छूट भी दी
रिपोर्ट के अनुसार, इस परियोजना को लेकर दोनों देशों में 2017-18 में बात हुई थी, बाद में ये ठंडे बस्ते में चली गई थी। अब चीनी सरकार ने पाक को लगभग 30 अरब रुपये की छूट भी दी है।
पीएम शहबाज समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साक्षी बने
दोनों देशों के बीच कराची में भी एक के-3 परमाणु परियोजना की डील हुई थी, जिसका हाल में ही उद्घाटन किया गया। वहीं, 20 जून मंगलवार को पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ चश्मा-5 (सी-5) परमाणु ऊर्जा परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साक्षी बने हैं।