दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति Yoon Suk Yol के ऑफिस पर छापेमारी..
यह छापेमारी राष्ट्रपति के खिलाफ चल रही आपराधिक जांच का हिस्सा थी। इसके बाद, न्याय मंत्रालय ने पुष्टि की कि राष्ट्रपति यून पर विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
जनजागरुकता डेस्क। दक्षिण कोरिया (South Korea) में राष्ट्रपति यून सुक योल (President Yun Suk Yeol) के खिलाफ हाल ही में एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है। 9 दिसंबर को, दक्षिण कोरियाई पुलिस ने अचानक उनके कार्यालय पर छापा मारा। यह छापेमारी राष्ट्रपति के खिलाफ चल रही आपराधिक जांच का हिस्सा थी। इसके बाद, न्याय मंत्रालय ने पुष्टि की कि राष्ट्रपति यून पर विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह पहली बार है जब किसी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को अपने कार्यकाल के दौरान विदेश जाने से रोका गया है। यह कदम हाल ही में राष्ट्रपति यून (President Yun Suk Yeol) द्वारा लगाए गए आपातकालीन मार्शल लॉ से जुड़ा हुआ है, जिसके कारण देश में भारी राजनीतिक उथल-पुथल मच गई।
3 दिसंबर की रात को, राष्ट्रपति यून (President Yun Suk Yeol) ने अचानक देश में मार्शल लॉ लागू कर दिया था। उन्होंने विशेष बलों और हेलिकॉप्टरों को तैनात करने का आदेश दिया। उनका दावा था कि यह कदम उत्तर कोरिया समर्थित 'राष्ट्र-विरोधी' और 'कम्युनिस्ट' ताकतों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए उठाया गया। हालांकि, इस निर्णय ने संसद और विपक्षी दलों में भारी विरोध पैदा कर दिया। विपक्षी सांसदों और यहां तक कि राष्ट्रपति की पार्टी के कुछ नेताओं ने भी इस आदेश का विरोध किया। विरोध के दबाव में राष्ट्रपति यून को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। उनका मार्शल लॉ केवल छह घंटे तक ही लागू रहा।