पाटेश्वर धाम में श्री ब्रह्मवैवर्त पुराण कथा अप्रैल में, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती देंगे प्रवचन
श्री ब्रह्म वैवर्त पुराण कथा प्रचार यात्रा छत्तीसगढ़ के उड़ीसा बॉर्डर बसना पहुंची, संत श्री राम बालक दास ने सर्व समाज को पाटेश्वर धाम आने का न्यौता दिए।
बालोद (डौंडीलोहारा), जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध, धार्मिक स्थल, बालोद जिले के डौंडीलोहारा तहसील में स्थित जामड़ी पाटेश्वर धाम में श्री ब्रह्म वैवर्त पुराण कथा की तैयारी चल रही है। प्रदेश के साथ देशभर से सेवादार तैयारी में लगे हुए हैं।
इसी के तहत 10 मार्च से पूरे छत्तीसगढ़ की यात्रा पर चल रहे छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल जामड़ी पाटेश्वर धाम के संत श्री राम बालक दास जी महात्यागी आज अपने यात्रा के तृतीय दिवस सुबह अभनपुर क्षेत्र कुल्हाड़ी ग्राम से यात्रा प्रारंभ की। जहां से खोरपा, कुरूद, सुंदरकेरा डंगनिया, चंपारण होते हुए बसना पहुंचे। इस दौरान धर्म प्राण जनता ने संत श्री का स्वागत किया। वहीं अप्रैल में होने वाली कथा में शामिल होने हामी भरी।
7 से 13 अप्रैल तक होगी कथा
7 से 13 अप्रैल तक श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम में होने जा रहे ब्रह्मवैवर्त पुराण कथा में भारी संख्या में आने का वचन दिए। श्री ब्रह्मवैवर्त पुराण कथा जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के श्री मुख से पाटेश्वर धाम में होगी।
कीर्तन मंडली के साथ संतों का स्वागत
बसना में संत श्री के पहुंचने पर बसना नगर के अध्यक्ष एवं समस्त समाज के लोगों ने कीर्तन मंडली के साथ राम बालक दास जी का स्वागत किया। तत्पश्चात 1 किलोमीटर की लंबी कीर्तन यात्रा निकालकर सरस्वती शिशु मंदिर में सभा का आयोजन किया गया। सभा में संत श्री राम बालक दास जी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ एवं विश्व के इकलौते कौशल्या धाम मंदिर निर्माण स्थल को बालोद जिला प्रशासन द्वारा नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है जिसे हिंदू समाज कभी सहन नहीं करेगा।
धाम को क्षति पहुंचाई गई तो विरोध करेंगे
सरायपाली बसना के प्रसिद्ध समाजसेवी संपत अग्रवाल ने कहा कि श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम को किसी भी प्रकार से क्षति पहुंचाई गई तो सर्व हिंदू समाज मिलकर इसका विरोध करेगा। साथ ही बसना से हजारों की संख्या में लोग 7 से 13 अप्रैल श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम आएंगे। यात्रा के तीसरे दिवस बहुत से लोगों ने कथा में यजमान बनने का संकल्प भी लिया। संत श्री ने बताया कि यह यात्रा अभी अनवरत जारी रहेगी।
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