घरेलू निवेशकों का शेयर बाजार में स्वामित्व अब तक के उच्च स्तर पर पहुंचा
घरेलू निवेशकों का शेयर बाजार में स्वामित्व लगातार पांचवीं तिमाही में बढ़कर अभी तक के सर्वोच्च स्तर 24.44 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
मुंबई, जनजागरुकता डेस्क। घरेलू निवेशकों का शेयर बाजार में स्वामित्व लगातार पांचवीं तिमाही में बढ़कर अभी तक के सर्वोच्च स्तर 24.44 प्रतिशत पर पहुंच गया है। बाजार संबंधी सूचना मुहैया कराने वाली कंपनी प्राइम डाटाबेस के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में घरेलू निवेशकों का शेयर बाजार में स्वामित्व 24.44 प्रतिशत रहा जिसमें संस्थागत निवेशक और ऊंची हैसियत वाले लोग भी शामिल हैं। यह अब तक का सर्वाधिक स्तर है।
बाजार में खुदरा निवेशक
बाजार में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी दिसंबर तिमाही में 7.23 प्रतिशत हो गई, जो सितंबर तिमाही में दर्ज 7.32 प्रतिशत से मामूली रूप से कम है। लेकिन रुपये में देखें तो यह सितंबर तिमाही के 19.48 लाख करोड़ रुपये से 2.35 प्रतिशत बढ़कर 19.94 लाख करोड़ रुपये हो गई। सितंबर तिमाही में एनएसई पर सूचीबद्ध कुल 1,857 कंपनियों में से 1,832 की शेयरधारिता रुझान के आधार पर घरेलू निवेशकों का स्वामित्व 24.25 प्रतिशत था।
प्राइम डाटाबेस ग्रुप के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया के अनुसार, सितंबर, 2021 के बाद से यह लगातार पांचवीं तिमाही है जिसमें घरेलू निवेशकों का स्वामित्व बढ़ा है। यह घरेलू निवेशकों के बढ़ते वर्चस्व को दिखाता है। तिमाही के दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का शुद्ध निवेश 27,134 करोड़ रुपये रहा, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) का शुद्ध निवेश 47,349 करोड़ रुपये रहा।
एफआईआई और डीआईआई शेयरधारिता का अनुपात दिसंबर तिमाही में अब तक के सबसे निचले स्तर 1.32 पर पहुंच गया जो सितंबर, 2022 में 1.33 था। दूसरी तरफ कुल संस्थागत निवेशक शेयर (एफआईआई और डीआईआई) दिसंबर, 2022 में 35.50 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो सितंबर तिमाही में 34.99 प्रतिशत था।
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