तबादला कोई सजा नहीं, सरकार की योजना का हिस्सा है- रिजिजू
किरेन रिजिजू ने केन्द्रीय भू-विज्ञान मंत्रालय का नया कार्यभार संभाला है। इस दौरान मीडिया से चर्चा में कहा विकसित राष्ट्र बनाने का जो सपना है उसमें इस मंत्रालय का बड़ा योगदान निश्चितरूप से होगा।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। केन्द्रीय भू-विज्ञान मंत्रालय का कार्यभार किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को मंत्रालय पहुंचकर संभाल लिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का जो सपना प्रधानमंत्री जी का है, उसमें इस मंत्रालय का बहुत बड़ा योगदान निश्चितरूप से होगा। मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे अलग-अलग मंत्रालय में काम करने का मौका दिया। यह स्थानांतरण कोई सजा नहीं है। यह सरकार की योजना है, यह पीएम मोदी का दृष्टिकोण है।’
विपक्ष का काम ही है आलोचना करना
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को गुरुवार को कानून और न्याय मंत्रालय से पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया गया था। रिजिजू ने शुक्रवार को भू-विज्ञान मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते हुए मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए कहा कि ‘विपक्ष निश्चित रूप से मेरी आलोचना करेगा। वो क्या हमारी तारीफ थोड़ी करेंगे। विपक्ष मेरे खिलाफ बोल रहा है यह कोई नई बात नहीं है। विपक्ष का काम ही आलोचना करना है।
हर बात का जवाब देना जरूरी नहीं
किरेन रिजिजू ने कहा कि लोकतंत्र में फेडरल तरीका होता है,प्रधानमंत्री बदलाव करते हैं। विपक्ष का काम राजनीतिक आरोप लगाने का है। आज राजनीति पर बात करने का दिन नहीं है। ये मंत्रालय बहुत उपयोगी मंत्रालय है और यहां पर बहुत कुछ काम कर सकते हैं। मैं बचपन से ही अर्थ के बारे में काफी इंट्रेस्टेड था। लोकतंत्र में विपक्ष अगर कुछ कहता है तो इस पर जवाब देना जरूरी नहीं।
बदलाव किसी गलती के कारण नहीं
उन्होंने कहा कि पुराने मंत्रालय को लेकर सवाल मत कीजिए, क्योंकि वह अब रेलीवेंट नहीं है। पीएम जैसे-जैसे जिम्मेदारी देते हैं मैं काम करता रहूंगा। हमें पार्टी के लिए भी काम करना है। हम पार्टी के कार्यकर्ता हैं। ये किसी बदलाव किसी गलती के कारण नहीं है। आज मेरा पहला दिन है, तो ध्यान से देखने और सीखने की कोशिश करूंगा। बताया जा रहा है कि ‘पृथ्वी विज्ञान‘ में ‘समुद्रयान‘ परियोजना का परीक्षण मंत्री किरेन रिजीजू का सबसे महत्वपूर्ण काम होगा।