Weather: 5 जिलों में शीत लहर का यलो अलर्ट जारी, पड़ेगी कड़ाके की ठंड..

बता दें सरगुजा (Surguja) संभाग के 5 जिलों में शीत लहर का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि अंबिकापुर (Ambikapur) में रात का पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जिससे कड़ाके की ठंड पड़ सकती हैं।

Weather: 5 जिलों में शीत लहर का यलो अलर्ट जारी, पड़ेगी कड़ाके की ठंड..
"Yellow alert of cold wave issued in 5 districts, there will be severe cold."

रायपुर, जनजागरूकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य के रायपुर (Raipur) जिले में सर्दी ने दस्तक दे दी है। मौसम अब तेजी से बदल रहा है। आगामी 5 दिनों में 5 से 6 डिग्री तक न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है। राजधानी रायपुर (Raipur) में रात का तापमान (temperature) और भी गिरा है, और सर्दी बढ़ने लगी हैं। अब कड़ाके की ठंड की शुरुआत होने वाली है। सरगुजा (Surguja) संभाग के 5 जिलों में शीत लहर का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि अंबिकापुर (Ambikapur) में रात का पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 

 

मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी रायपुर (Raipur) में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अब प्रदेश में अब रात के तापमान में गिरावट शुरू हो गई है। वहीं आने वाले 5 दिनों में तापमान में औसतन 3 डिग्री तक रात के तापमान (temperature) में गिरावट होने की संभावना है।बीते तीन दिनों से रात का तापमान (temperature) लगातार गिर रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को दिन का 30 डिग्री और रात का तापमान 15 डिग्री तक पहुंच सकता है। साथ ही मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर के पहले हफ्ते से ठंड का असर तेज़ हो सकता है, और तब लोगों को सर्दियों का पूरा अनुभव होने लगेगा।

हवा में नमी से तापमान में गिरावट का प्रभाव

उत्‍तर-पूर्व से ठंडी हवा आ रही है। इससे प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। इतना ही नहीं उत्‍तरी हवाओं का असर सबसे ज्‍यादा उत्तरी छत्तीसगढ़ में दिखाई दे रहा है। इसी के चलते सरगुजा संभाग के जिलों में रात के तापमान में गिरावट होने लगी है और पारा सामान्‍य से कम रिकॉर्ड किया जाने लगा है। प्रदेश में ठंड का असर तेजी से बढ़ा है। रायपुर (Raipur) समेत राज्य के सभी जिलों में दिन और रात के तापमान (temperature) में गिरावट देखी जा रही है। खासतौर से रात में ठिठुरन बढ़ गई है। इसके पीछे मुख्य कारण द्रोणिका का प्रभाव है, जिसके कारण हवा में नमी की मात्रा में कमी आई है, और इसका प्रभाव तापमान  (temperature) में गिरावट के रूप में देखा जा रहा है।

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