नक्सलवाद का अंत निश्चित: Sai सरकार के नेतृत्व में नक्सल उन्मूलन की नई मिसाल, 985 आत्मसमर्पण, 1177 गिरफ्तारियां
राज्य सरकार न केवल नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित कर रही है, बल्कि उनके पुनर्वास के लिए भी प्रभावी योजनाएं चला रही है। इन्हें रोजगार और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे समाज में पुनः सम्मानजनक जीवन जी सकें।

छत्तीसगढ़, जनजागरुकता। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। सरकार की प्रभावी नीतियों और विकास केंद्रित दृष्टिकोण ने राज्य में शांति और सुरक्षा का मजबूत आधार तैयार किया है। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि बीते 13 महीनों में 305 नक्सली मारे गए, 1177 नक्सली गिरफ्तार हुए और 985 ने आत्मसमर्पण किया। यह न केवल सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी सिद्ध करता है कि छत्तीसगढ़ तेज़ी से नक्सल हिंसा मुक्त राज्य बनने की ओर अग्रसर है।
नक्सल समस्या के समाधान के लिए समग्र दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नक्सलवाद सिर्फ सुरक्षा चुनौती नहीं, बल्कि सामाजिक और विकास संबंधी समस्या भी है। इसे जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने व्यापक रणनीति अपनाई है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं, जिनमें उन्हें रोजगार, आर्थिक सहायता और मुख्यधारा में लौटने के अवसर मिल रहे हैं। इससे समाज में शांति और विश्वास का माहौल बन रहा है।
सुरक्षा नीति और मजबूत कार्रवाई
1177 नक्सलियों की गिरफ्तारी सरकार की ठोस सुरक्षा नीति का परिणाम है। सुरक्षा बलों को आधुनिक उपकरण, उन्नत प्रशिक्षण और बेहतरीन समन्वय से लैस किया गया है, जिससे नक्सली गतिविधियों पर सख्त शिकंजा कसा जा सके। गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है, ताकि राज्य में कानून व्यवस्था और न्याय व्यवस्था और मजबूत हो।
नक्सलियों के पुनर्वास और विकास योजनाएं
राज्य सरकार न केवल नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित कर रही है, बल्कि उनके पुनर्वास के लिए भी प्रभावी योजनाएं चला रही है। इन्हें रोजगार और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे समाज में पुनः सम्मानजनक जीवन जी सकें।
साथ ही, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इससे स्थानीय आदिवासी समुदायों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है और युवाओं को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की प्रेरणा मिल रही है।
छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाना सरकार का लक्ष्य
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उनकी सरकार छत्तीसगढ़ को न केवल नक्सल मुक्त, बल्कि शांति और विकास का प्रतीक राज्य बनाना चाहती है। इसके लिए औद्योगिक निवेश को बढ़ावा, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, तथा युवाओं के लिए कौशल विकास के अवसरों में वृद्धि की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में स्थायी शांति की ओर कदम
985 आत्मसमर्पण और 1177 गिरफ्तारियों के आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि छत्तीसगढ़ अब नक्सल हिंसा से मुक्त होकर स्थायी शांति और समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। राज्य सरकार की नीतियां प्रदेश में नक्सल उन्मूलन की नई इबारत लिख रही हैं और छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।janjaagrukta.com