उठने लगा त्योहारी बाजार.. औसत 10 फीसदी जीएसटी के बावजूद सराफा और कपड़ा बाजार को 250 करोड़ के व्यापार की उम्मीद

आभूषणों पर 3 प्रतिशत और कपड़े पर 5 से 12 प्रतिशत तक जीसटी लग रहा है, फिर भी ग्राहकी कमजोर नहीं रहेगी, ऐसा वर्तमान में उठ रहे बाजार को देखकर अनुमान लगाया गया है।

उठने लगा त्योहारी बाजार.. औसत 10 फीसदी जीएसटी के बावजूद सराफा और कपड़ा बाजार को 250 करोड़ के व्यापार की उम्मीद

जनजागरुकता सरोकार 

रामप्रसाद दुबे

रायपुर, जनजागरुकता। राजधानी के बाजार में दीपावली की रौनक बढ़ गई है। दीपावली के मुख्य बाजार यानी सदर के सराफा बाजार और पंडरी के कपड़ा व्यापारी ग्राहकों को लुभाने के लिए बाजार में कई प्रकार की वैरायटी लेकर आए हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार दीपावली पर सराफा बाजार में 100 और कपड़ा बाजार में 150 करोड़ का व्यापार होगा। हालांकि आभूषणों पर 3 प्रतिशत और कपड़े पर 5 से 12 प्रतिशत तक जीसटी भी लग रहा है, फिर भी ग्राहकी कमजोर नहीं रहेगी, ऐसा वर्तमान में उठ रहे बाजार को देखकर व्यापारियों ने अनुमान लगाया है। 

सोने की कीमत में 2 हजार की तेजी

दीपावली पर सराफा बाजार में बने ट्रेंड पर "जनजागरुकता" से बातचीत में सदर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश भंसाली ने बताया कि सदर सराफा बाजार में इस बार अच्छा माहौल है। बाजार में 50 से 75 प्रतिशत की ग्रोथ आई है इसीलिए सोने के दाम में पिछले एक हफते में काफी उछाल आया है और सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 51 हजार से बढ़कर 53 हजार प्रति 10 ग्राम हो गया है। इस तरह इसमें 2 हजार रुपए की तेजी आई है। 

कम वजन वाले सोने के आभूषणों की मांग ज्यादा, आने वाले शादी के सीजन की खरीदारी भी अभी से

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अध्यक्ष सुरेश भंसाली के अनुसार इस बार ग्राहक बजट के अनुसार कम वजन के सोने के आभूषण को पसंद कर रहे हैं। चेन, कंगन, कान की बाली, फैंसी ज्वेलरी व कुंदन मोती की विशेष मांग की जा रही है। ऐसे में सभी व्यापारी उम्मीद कर रहे हैं कि बहुत अच्छा सेल होगा और इस दीपावली में 100 करोड़ के व्यापार होने की उम्मीद है। भंसाली का कहना था कि सोने के दाम में बढ़ोतरी के कारण ग्राहक कम वजन वाले सोने के आभूषण को पसंद कर मांग कर रहे हैं। आने वाले दिनों में दीपावली के बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा इसीलिए आम लोग दोनों उत्सव को ध्यान में रखकर खरीदी कर रहे हैं। यही वजह है कि ग्राहक एडवांस में बुकिंग कर रहे हैं ताकि भाव में परिवर्तन होने पर भी उनका बजट प्रभावित न हो। उन्होंने बताया कि व्यापारी दीपावली और शादी के मद्देनजर स्टॉक लाकर रखा है। उनके अनुसार इस समय बाजार के सभी पैरामीटर सही हैं।

राज्य सरकार से मिल रहा अच्छा सहयोग 

सुरेश भंसाली ने बताया कि दीपावली पर व्यापार बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से अच्छा सहयोग मिल रहा है। यहां कोविड के 2 साल बाद व्यापार को लेकर यातायात व्यवस्थित करने सहित सभी तरह की सुविधाएं मिल रही हैं। हर रोज खरीदारी के लिए दिन में भीड़ बढ़ रही है। यातायात को नियंत्रित व व्यवस्थित करने पुलिस विभाग ने जवानों की तैनाती शुरू कर दी है।

सोने के आभूषणों पर 3 प्रतिशत जीएसटी

 सुरेश भंसाली ने बताया कि सोने सहित सभी तरह के आभूषणों पर 3 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है। इसके बाद भी ग्राहक और व्यापारी   सभी तरह के कर जमा करने के लिए तैयार हैं और खरीदारी भी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस साल हर सामग्री पर जीएसटी की मार है। इसके पहले "जनजारुकता" ने रावण का पुतला बनने वाली सामग्री जैसे आइल पेंट, कपड़ा, रंगीन कागज आदि पर भी जीएसटी की मार संबंधी खबर प्रकाशित की थी।

मध्य भारत का सबसे बड़े पंडरी कपड़ा मार्केट को 150 करोड़ रुपए के व्यापार की उम्मीद

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पंडरी कपड़ा मार्केट की स्थिति पर चर्चा करते हुए "जनजागरुकता" को रायपुर थोक कपड़ा व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान संरक्षक चंदर विधानी ने बताया कि अच्छी ग्राहकी हो रही है। संघ के संरक्षक चंदर विधानी ने बताया कि रेडीमेड और होलसेल का बड़ा मार्केट होने के कारण इस बार 150 करोड़ से अधिक के व्यापार की उम्मीद व्यापारी कर रहे हैं। कोरोना के 2 साल बाद बाजार पूरी तरह से खुले हैं। आम से लेकर खास सभी मिलकर जमकर खरीदी कर रहे हैं। व्यापारियों ने अच्छा कलेक्शन किया है ताकि ग्राहकों को हर वैरायटी के कपड़े उपलब्ध करा सकें। 

..इसलिए कोलकाता, मुंबई नहीं अब रायपुर आते हैं

संरक्षक चंदर विधानी ने आगे बताया कि रायपुर में ओडिशा, झारखंड विदर्भ, महाकोशल से खरीदी के लिए काफी व्यापारी आते हैं, साथ ही आम लोग भी खरीदी करते हैं। इसी वजह से रायपुर का पंडरी कपड़ा मार्केट मध्य भारत का सबसे बड़ा मार्केट बन गया है। अच्छा कलेक्शन और वैरायटी के कारण अब उच्च घराने के लोग भी त्योहार या पारिवारिक फेस्टीवल में खरीदी के लिए अब कोलकाता, मुंबई नहीं जाते बल्कि रायपुर आकर खरीदी करना पसंद करते हैं। उनका यह भी कहना था कि मध्यमवर्गीय परिवार को खरीदी के अच्छे शो रूम और आउटलेट रायपुर में उपलब्ध हो गए हैं।

2 हजार से 2 लाख तक घाघरा-चोली, लाचा उपलब्ध

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विधानी के अनुसार आने वाले दिनों में दीपावली के तुंरत बाद शादियों का सीजन आ जाएगा इसीलिए व्यापारियों ने लाचा और घाघरा चोली, ब्रांडेड साड़ियां, ट्रेडिशनल साड़ियों का स्टॉक तैयार कर लिया है। इसमें 2 हजार से लेकर 2 लाख रुपए तक की वैरायटी उपलब्ध है। युवाओं में अच्छे ब्रॉंड ब्लैकबेरी, क्लीयर्स, के शो रूम हैं, जहां खरीदी हो रही है। उनका कहना था कि रायपुर में महानगरीय संस्कृति वाले शो रूम खुल गए हैं जहां खरीदी की जा रही है। यहां पाश्चात्य पसंद के कपड़े उपलब्ध हैं जिसमें मध्यमवर्गीय परिवार के लिए बजट के अनुसार सलवार-कुर्ते, शेरवानी, मोदी जैकेट, कुर्ता-पैजामा आदि विशेष है जो पंसद किए जा रहे हैं। शेरवानी और घाघरा चोली का तो शादियों में विशेष उपयोग होता है इसीलिए अभी से मांग में है।

आर्डर पर बनाकर देते हैं फोटो के अनुसार पसंद के कपड़े

पंडरी कपड़ा बाजार में की खूबियां ये हैं कि ग्राहक को ललचा सकती हैं क्योंकि फोटो के अनुसार ग्राहक को कपड़ा तैयार कर दिए जाने लगे हैं। हर रेंज के कपड़े आर्डर पर बनाकर दिए जाते हैं।

ग्राहकों की खरीदी क्षमता बढ़ी, महंगे कपड़े पसंद कर रहे लोग

बताया जा रहा है कि कपड़ा बाजार में अब सस्ता माल व कपड़ा बिकना बंद हो गया है। सैलरी बढ़ने के कारण हर किस्म के ग्राहक मंहगे कपड़े खरीदना पसंद कर रहे हैं और डिमांड भी बढ़ रही है। एक आम ग्राहक 1 हजार से 1 लाख तक की खरीदी सीजन में करने लगा है। इसमें ग्राहकी की मांग और आवश्कता भी देखी जाती है।

कपड़े पर 5 से 12 प्रतिशत जीएसटी

चंदर विधानी ने बताया कि कपड़े पर 5 से लेकर 12 प्रतिशत तक जीएसटी लगता है।इसमें 12 प्रतिशत रेडीमेड पर जीएसटी लगता है जो कपड़े के दाम में शामिल होता है। फिर भी ग्राहकी अच्छी है और अच्छी होने की उम्मीद है। 

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