शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल हुए शामिल
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने महाविद्यालय में दस कक्ष के निर्माण हेतु 1 करोड़ रुपए तथा पीएम उषा से 5 करोड़ रुपए दिए जाने की घोषणा की।
रायपुर, जनजागरुकता। राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय में सोमवार को वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा तथा पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल रहे। मंत्री अग्रवाल ने महाविद्यालय में दस कक्ष के निर्माण हेतु 1 करोड़ रुपए तथा पीएम उषा से 5 करोड़ रुपए दिए जाने की घोषणा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष नगर निगम रायपुर मीनल चौबे ने की। विशिष्ट अतिथि सीमा कंदोई वार्ड पार्षद तथा विधायक प्रतिनिधि रंजना महावर रहीं। प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने महाविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। दीप प्रज्वलन से अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने महाविद्यालय का परिचय देते हुए बताया यहां पांच संकाय हैं, छः दशकों से यह महाविद्यालय हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। यहां 4 हॉस्टल में 400 छात्राएं रहते हैं। यहां 14 विषय में पीएचडी कराया जाता है। यहां राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह स्वर्णजयंती में पधारकर हमें गौरवान्वित कर चुकी हैं। उन्होंने अन्य उपलब्धियां बताई। curie परियोजना के तहत महाविद्यालय को यूजीसी से एक करोड़ प्राप्त हुए हैं। एनएसएस की भावना नायक ने गणतंत्र दिवस परेड और दिशा साहू ने प्री आरडीसी पर दिल्ली में इस बार महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया।
मीनल चौबे ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि अनुशासन महाविद्यालय के लिए बहुत आवश्यक है, शिक्षक विद्यार्थियों में मूल्य निर्माण राष्ट्र प्रेम जैसे महत्वपूर्ण गुण सिखाता है। विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखना है और अपना आदर्श स्वयं बनें। मेहनत से लक्ष्य प्राप्त कीजिए।
हमें बच्चों को समदृष्टि से देखकर उनका विकास करना है- मंत्री अग्रवाल
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, अध्यापकों का व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि छात्र उनका हमेशा आदर करें। हमें बच्चों को समदृष्टि से देखकर उनका विकास करना है। उच्च शिक्षा संस्थान को एक अच्छे नागरिक का निर्माण करना चाहिए केवल डिग्री प्रदान नहीं करना चाहिए। मन, बुद्धि, शरीर, आत्मा चारों का विकास करना है। मैंने मन में सोचा था कि मैं छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा वोटों से जीतूं और मैं जीता, अतः जो ठान लोगे अवश्य होकर रहेगा, विश्वास रखिए।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हमारे शोध ऐसे हों जो मानव विकास के काम आए, केवल सैद्धांतिक न हो। आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना है हमें उसे सीखना समझना होगा। बच्चों का बैकग्राउंड समझकर उस अनुसार व्यवहार करना होगा। क्वालिटी क्वांटिटी में पैदा की जाए।
इन्हें दिया गया पुरस्कार
आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. उषाकिरण अग्रवाल तथा छात्रसंघ प्रभारी डॉ. सविता मिश्रा ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। कार्यक्रम में सभी संकाय में सर्वाधिक अंक प्राप्त छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। एनसीसी सर्वश्रेष्ठ कैडेट अंकिता सिंह तथा श्रेष्ठ कैडेट भावना घृतलहरे, चंदा प्रेमी, पूनम साहू, राधिका जेठी को पुरस्कार दिया गया। स्नातक स्तर पर आकृति तिवारी, स्नातकोत्तर पर रश्मि वर्मा सर्वश्रेष्ठ छात्रा घोषित हुईं। वार्षिक प्रतियोगिताओं की विजेता और निजी पुरस्कार भी बांटे गए। कमलेश जैन द्वारा चंपा देवी इंदिरा देवी चेरिटेबल ट्रस्ट से पुरस्कार तथा दिव्यांग छात्राओं को राशि प्रदान की गई। डॉ. वैभव आचार्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
महाविद्यालय के इतिहास विभाग एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मूर्ति कला (15 दिवसीय) प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। महाविद्यालय की 166 छात्राओं ने सफलतापूर्वक कार्यशाला में भाग लिया। उन्हें भी पुरस्कृत किया गया। सांकृतिक कार्यक्रम में दीपाली, रिया, और समूह ने प्रस्तुति दी।
इनकी उपस्थिति रही
छात्रसंघ समिति के सदस्य डॉ. मिनी एलेक्स, डॉ. रितु मारवाह व पुरस्कार वितरण समिति से डॉ. मधु श्रीवास्तव, डॉ. माया शेदपुरे, किरण देवांगन, मंजू कोचे ने आयोजन में सहभागिता की। पूरा महाविद्यालय परिवार और बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।