सेक्टर इलाके की झुग्गी बस्ती में आधी रात लगी आग, 25 घर जले, 4 सिलेंडर फटा
फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक सबकुछ स्वाहा हो गया था। आग लगने के कारण का पता नहीं चल पाया है। अनुमान है कि कचरे के ढेर में लगी आग के कारण हादसा हुआ है।
भिलाई, जनजागरुकता। इस्पात नगरी में फिर से बड़ी आग की घटना घट गई है। हॉस्पिटल सेक्टर में हुई दुर्घटना में लगभग 2 दर्जन से अधिक घर जलकर राख हो गए। पुलिस के अनुसार आग लगने के कारण का पता नहीं चल पाया है। लोगों का अनुमान है कि कचरे के ढेर में लगी आग के कारण यह हादसा हुआ है। इस दौरान 4 गैस सिलेंडर फटे हैं।
जानकारी अनुसार भिलाई टाउनशिप क्षेत्र के हॉस्पिटल सेक्टर के झुग्गी क्षेत्र में शुक्रवार रात 2 बजे आग लगने से 25 घर जल गए। आग इतना भयानक फैल गई थी कि लोगों को इतना भी मौका नहीं मिला कि वो अपना सामान सुरक्षित कर सके। देखते ही देखते आग पूरी बस्ती में फैल गई।
लोगों ने बताया कि जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचती तब तक आग ने सभी घरों को अपनी चपेट में ले लिया था। पीड़ित कृष्णा अहिरवार ने बताया कि वो सेक्टर 9 हॉस्पिटल में अटेंडेंट का काम करती हैं। वो ड्यूटी पर गई थी। घर में उसकी 4 बेटी और एक बेटा अकेले थे।
कुछ नहीं बचा, गहने, रुपए भी जल गए
देर रात 3.30 बजे के करीब बेटी ने फोन करके बताया कि मम्मी बड़ी आग लगी है। जल्दी आ जाओ। मौके पर आकर देखा तो पूरी बस्ती में आग लगी थी। मेरे घर का पूरा सामान जल गया था। आग लगने के बाद यहां करीब 4 सिलेंडर फट गए। जिससे बस्ती के पूरे घर में आग फैल गई। गहने जल गए हैं। पैसों का भी पता नहीं चला। पीड़ित सुहागा के अनुसार उसका पूरा सामान स्वाह हो गया। पहनने के लिए कपड़े तक नहीं बचे। शासन-प्रशासन के लोग आए हैं। अभी तो कोई मदद नहीं मिली है। हमारी मांग है कि हमारा घर बनाकर दिया जाए।
सामने परीक्षा, बच्चे क्या पढ़ेंगे
झुग्गी क्षेत्र में रही निर्जला और संतोषी अहिरवार का कहना है कि वो 10वीं बोर्ड की तैयारी कर रही हैं। आग में उनकी पूरी कॉपी-किताब जल कर राख हो गई हैं। परीक्षा सामने है ऐसे में वे कैसे परीक्षा की तैयारी करेंगे। उनके पास न तो नोट्स बचा और न ही किताबें। बच्चे परिस्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं। वे ये बताते हुए रो पड़े।
मदद के लिए व्यवस्था करने प्रयास कर रहे
घटना के संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जावेद खान ने बताया कि पास के शासकीय स्कूल में लोगों को ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। तत्काल राहत दी जा रही है। इसके बाद महापौर ने आश्वासन दिया है कि वो फिर से लोगों का घर बनवाएंगे और खाने-पीने की सामग्री भी देंगे।
धटना स्थल पहुंचे जनप्रतिनिधि
इधर इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी जिला प्रशासन से मात्र एक नायब तहसीलदार क्षमा यदु को ही मौके पर भेजा गया। आग लगने के बाद पीड़ितों की व्यवस्था को देखने कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा अब तक नहीं पहुंचे। वहीं भिलाई निगम के मेयर नीरज पाल, विधायक देवेंद्र यादव, दुर्ग मेयर धीरज बाकलीवाल और जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर पहुंचे थे।
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