तीन दशक से बंद सड़कों को खोल देने से बौखलाहट.. सुबह-सुबह पुलिस मुठभेड़ में एक माओवादी ढेर

नक्सल प्रभावित क्षेत्र के कारण 30 साल से बंद सड़कों को खोल दिया गया है जिसकी वजह से माओवादियों में झल्लाहट है। वे जवानों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।

तीन दशक से बंद सड़कों को खोल देने से बौखलाहट.. सुबह-सुबह पुलिस मुठभेड़ में एक माओवादी ढेर
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बीजापुर, जनजागरुकता। माओवादी प्रभावित क्षेत्र में तीन दशक से बंद सड़कों को खोल दिए जाने से माओवादियों में बौखलाहट है। इस वजह से नक्सली लगातार कोई न कोई वारदात को अंजाम देने में लगे हुई हैं। वे अक्सर पुलिस जवानों को निशाना बना रहे हैं। इस बार मुठभेड़ में एक माओवादी मार गिराया गया है। वहीं जवानों ने दो माओवादियों को गिरफ्तार किया है।

बता दें कि माओवादी लगातार क्षेत्र में अपना खौफ बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए वे कई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इस बार घटना नैमेड़ थाना क्षेत्र में की गई है। बताया जा रहा है कि रेड्डी कैंप से डीआरजी की टीम आज मंगलवार की सुबह नक्सल गश्त सर्चिंग पर रवाना हुई थी। कि सुबह 8 बजे ग्राम कचलावारी में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ की घटना हो गई।

माओवादियों की बाधा पहुंचाने की कोशिश
बता दें कि जनता को सुविधा मुहैया कराने के लिए शासन-प्रशासन लगातार प्रयासरत हैं। पर इसमें माओवादी बाधा पहुंचाने की कोशिश में हैं। इसी के तहत कभी पेड़ काटकर मार्ग बाधित करते हैं, तो कभी आईईडी लगाकर जवानों की जान लेने पर तुले हैं।

माओवादियों में बौखलाहट
इस बार हुए मुठभेड़ में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए संघर्ष में एक माओवादी को जवानों ने ढेर कर दिया है। वहीं दो माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्र के कारण 30 साल से बंद सड़कों को खोल दिया गया है जिसकी वजह से माओवादियों में बौखलाहट है। माओवादी लगातार पुलिस जवानों को निशाना बना रहे हैं।

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