मणिपुर में फिर हिंसा, भीड़ ने केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री के घर में लगाई आग

बदमाशों ने पेट्रोल बम से इंफाल के कोंगबा में हमला किया है। घटना के समय घर पर केंद्रीय मंत्री नहीं थे।

मणिपुर में फिर हिंसा, भीड़ ने केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री के घर में लगाई आग

इंफाल, जनजागरुकता डेस्क। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। ताजा घटना इंफाल के कोंगबा में हुई है, जहां केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के घर में कुछ लोगों ने आग लगा दी। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री घटना के समय घर पर नहीं थे। 

जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर में एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ ने गुरुवार देर रात केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के इंफाल स्थित घर में आग लगा दी। इससे पहले, इंफाल के बीचों-बीच गुरुवार दोपहर को मणिपुर द्रुत कार्य बल और भीड़ के बीच झड़पें हुई थीं। इसी दौरान भीड़ ने दो घरों को आग लगा दी थी। मणिपुर में झड़प और हमलों के मामले इस सप्ताह फिर से सामने आए हैं। 

घटना कोंगा नंदीबाम लेकाई इलाके में रात करीब 10 बजे हुई। दमकल कर्मी और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। घर और कुछ खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। राहत की बात यह है कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।

मंत्री की शांति की अपील, लिप्त लोग अमानवीय

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह ने बताया, ”मैं इस समय आधिकारिक काम के लिए केरल में हूं। शुक्र है कि कल रात मेरे घर में कोई घायल नहीं हुआ। बदमाश पेट्रोल बम लेकर आए थे और मेरे घर के ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल को नुकसान पहुंचाया है।” उन्होंने हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा कि मेरे गृह राज्य में जो हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख होता है। मैं अब भी शांति की अपील करता रहूंगा। इस तरह की हिंसा में लिप्त लोग बिल्कुल अमानवीय हैं।

सीएम ने की शांति की अपील, सरकार चर्चा कर रही

सीएम एन बीरेन सिंह ने गुरुवार को कहा कि सरकार कई स्तरों पर चर्चा कर रही है और आश्वासन दिया कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मणिपुर में बुधवार को हिंसा की एक ताजा घटना सामने आई जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए थे।

शांति समिति गठित

सीएम ने कहा था, “हमारी प्रतिबद्धता के अनुसार हम सभी से संपर्क कर रहे हैं। हम विभिन्न स्तरों पर चर्चा कर रहे हैं। राज्यपाल ने एक शांति समिति भी गठित की है और शांति समिति के सदस्यों के साथ परामर्श शुरू होगा। मुझे उम्मीद है कि राज्य के लोगों के समर्थन से हम हिंसा को शांत करेंगे।”

पहले भी हो चुके हैं भाजपा नेताओं के घर हमले

यह दूसरी बार है जब केंद्रीय मंत्री के घर पर हमला किया गया है। इससे पहले 23 मई को भी भीड़ ने उनके आवास पर धावा बोल दिया था। इलाके में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हवा में गोलियां चलाकर बदमाशों को तितर-बितर करने में कामयाबी हासिल की थी। बुधवार को मणिपुर में एन बीरेन सिंह सरकार में मंत्री के आधिकारिक आवास को भी अज्ञात बदमाशों ने जला दिया था। कांगपोकपी से भाजपा विधायक नेमचा किपगेन राज्य की उद्योग मंत्री हैं। वह मणिपुर कैबिनेट में एकमात्र महिला हैं।

इंफाल में 4 मई को हुई थी पहली घटना

पहली घटना 4 मई को हुई थी जब इंफाल में भीड़ के हमले में भाजपा विधायक वुंगजागिन वाल्टे घायल हो गए थे। विधायक का फिलहाल दिल्ली में इलाज चल रहा है।24 मई को इंफाल में भीड़ द्वारा भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री गोविंददास कोंथौजम के घर में तोड़फोड़ की गई थी। इसे एक दिन बाद इंफाल में एक राज्य मंत्री टी बिस्वजीत सिंह के आवास पर हमला करने की कोशिश की गई थी।

बीजेपी विधायक के घर पर भी हमला हुआ था

28 मई को पश्चिम इंफाल के लाम्फेल में बीजेपी विधायक के रघुमणि सिंह के घर में बदमाशों ने तोड़फोड़ की थी। 9 जून को मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने भाजपा विधायक सोरईसम केबी के घर पर ग्रेनेड फेंका था। मणिपुर में तीन मई से मेइतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष में 115 लोगों की जान चली गई है। 300 से अधिक घायल हो गए हैं।

janjaagrukta.com