Delhi Elections 2025: कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर को बना रही अपना बड़ा हथियार, BJP के सामने 27 साल का वनवास खत्म करने की कड़ी चुनौती..
आम आदमी पार्टी को जहां अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है, वहीं भाजपा के सामने 27 साल का वनवास खत्म करने का लक्ष्य है। ऐसे में कांग्रेस इस बार पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरकर अपना वजूद मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। वर्ष 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस भले ही मुख्य मुकाबले से बाहर रही हो, लेकिन इस बार पार्टी के भीतर जोश और आत्मविश्वास दिखाई दे रहा है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि इस बार वे न केवल अपना खोया जनाधार वापस पाएंगे, बल्कि हर सीट पर कड़ी टक्कर देंगे। अगर कांग्रेस की ये कोशिश सफल रही, तो किसी भी दल के लिए सत्ता तक पहुंचना आसान नहीं होगा।
आम आदमी पार्टी को जहां अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है, वहीं भाजपा के सामने 27 साल का वनवास खत्म करने का लक्ष्य है। ऐसे में कांग्रेस इस बार पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरकर अपना वजूद मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस का खोया जनाधार वापस पाने का दावा
कांग्रेस इस बार आम आदमी पार्टी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर (एंटी इनकंबेंसी) को अपना सबसे बड़ा हथियार मान रही है। पार्टी को उम्मीद है कि वह अपने खोए हुए वोटर्स को फिर से जोड़ने में कामयाब होगी।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पिछले दो विधानसभा चुनावों में मुख्य लड़ाई आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच थी, लेकिन इस बार कांग्रेस भी मजबूती से चुनावी मुकाबले में है। नेताओं के अनुसार, आम आदमी पार्टी के खिलाफ इस बार सत्ता विरोधी लहर अधिक है, जबकि भाजपा कभी भी दिल्ली के लोगों की पहली पसंद नहीं रही। भाजपा का वोट शेयर पिछले छह चुनावों में 32 से 38 प्रतिशत के बीच ही सिमटा रहा है। इसके विपरीत, कांग्रेस के 15 साल का शासन दिल्ली की राजनीति में स्वर्णिम युग माना गया है।
जनता बदलाव के मूड में- कांग्रेस
पार्टी का कहना है कि पिछले छह महीनों से कार्यकर्ता सड़कों पर सक्रिय हैं। एक महीने की न्याय यात्रा और जनसंपर्क अभियानों के जरिए समाज के हर वर्ग से जुड़ने की कोशिश की गई है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने प्रदेशभर में लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझा है। कांग्रेस का मानना है कि जनता अब बदलाव चाहती है और शीला दीक्षित सरकार के दौर को याद कर रही है।
वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस बार पार्टी ने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं और नामों की घोषणा समय से पहले कर दी। पार्टी को उम्मीद है कि 2013 की तरह इस बार भी इतिहास दोहराया जा सकता है।
दिल्ली को स्थिर सरकार दे सकती है कांग्रेस
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, "शीला दीक्षित सरकार के समय विकास का एक बेंचमार्क सेट हुआ था। इस बार हमने समग्र विकास के साथ मुफ्त गारंटियों की भी घोषणा की है। कर्नाटक, हिमाचल, झारखंड और तेलंगाना में हमारे किए गए वादों को पूरा करने के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए दिल्ली की जनता को कांग्रेस को ही वोट देना चाहिए। कांग्रेस ही दिल्ली को स्थायी और मजबूत सरकार दे सकती है।"janjaagrukta.com