Arun Dev मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए खुला मां का दरबार..
मां दुर्गा की प्रतिमा भटगांव के मूर्तिकार प्रदीप देवांगन और उसके सहयोगियों के द्वारा बनाया गया है। मां दुर्गा पांच शेरों में सवार होकर सोना चांदी, हीरा मोती से जड़ित स्टोन से सजे रथ में विराजित है।
जांजगीर चांपा, जनजागरूकता। शारदीय नवरात्री के इस पावन पर्व पर जांजगीर नैला(Janjgir Naila) में इस बार दुर्गा पूजा में थाईलैंड(Thailand) के विश्व प्रसिद्ध अरुण देव मंदिर की प्रतिकृति का पंडाल अग्रसेन भवन नैला के सामने मैदान में तैयार किया गया है। जांजगीर नैला(Janjgir Naila) में पांच शेरों में सवार मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची प्रतिमा में विराजित है। यहाँ दुर्गा पूजा उत्सव में खास लाइटिंग का इस्तेमाल हुआ है, जिसमें दुबई के बुर्ज खलीफा की तरह लाइट और साउंड इफेक्ट के साथ दिखाया जा रहा है।
दरअसल, दुर्गा उत्सव के समिति के सदस्य राजेश पालीवाल(Rajesh Paliwal) ने बताया कि, 41 साल से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इस साल थाईलैंड(Thailand) के विश्व प्रसिद्ध शांति के प्रतीक अरुण देव मंदिर की तर्ज पर भव्य 160 फीट ऊंचा और 150 फीट चौड़ा पंडाल बनाया गया है, जिसे बंगाल के 35 से 40 कारीगर तैयार किए हैं।
बतादे, मां दुर्गा की प्रतिमा भटगांव के मूर्तिकार प्रदीप देवांगन और उसके सहयोगियों के द्वारा बनाया गया है। मां दुर्गा पांच शेरों में सवार होकर सोना चांदी, हीरा मोती से जड़ित स्टोन से सजे रथ में विराजित है। श्रद्धालु नवरात्र की द्वितीया तिथि चार अक्टूबर से मां का दर्शन कर पाएंगे और वहीं विधिवत पूजा पंचमी तिथि से शुरू होगी। janjaagrukta,com