आगे बढ़ने के लिए ‘ग्लोबल साउथ की चिंताओं पर ध्यान देना जरूरी- जय शंकर

दिल्ली में आयोजित बी20 शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री ने कहा ग्लोबल साउथ उत्पादक के बजाय उपभोक्ता बनकर रह गया।

आगे बढ़ने के लिए ‘ग्लोबल साउथ की चिंताओं पर ध्यान देना जरूरी- जय शंकर

नई दिल्ली, जनजागरुकता। विदेश मंत्री एस जयशंकर दिल्ली में आयोजित बी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। B20 समिट में विदेश मंत्री ने कहा, G20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है और अगर ग्लोबल साउथ की महत्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित नहीं किया गया तो यह आगे नहीं बढ़ सकता।विभिन्न कारणों से जिनमें पैमाने, सब्सिडी, प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन और रणनीतिक विकल्प शामिल हैं ग्लोबल साउथ उत्पादक के बजाय उपभोक्ता बनकर रह गया।

दक्षिणी देश की मौजूदगी के लिए पीएम मोदी ने निकाला हल 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जब भारत ने पिछले दिसंबर में जी20 की अध्यक्षता संभाली थी, तो हम पूरी तरह से अवगत थे कि जब हम मिलेंगे तो अधिकांश दक्षिणी देश यहां मौजूद नहीं होंगे, इसलिए पीएम मोदी ने इसका भी हल निकाला। दक्षिण की मौजूदगी के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने जनवरी में वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन बुलाने का फैसला किया। इस वर्ष हमने उनकी चुनौतियों और प्राथमिकताओं के बारे में सुना और इन्हें जी20 एजेंडे का केंद्रीय मुद्दा बनाया है।

जी20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना

उन्होंने कहा कि विकासशील देशों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता उस समय अधिक महसूस हुई, जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी। उन्होंने कहा कि जी20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है। इन उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए ग्लोबल साउथ की महत्वपूर्ण चिंताओं पर बात करने की जरूरत है।

आपातकालीन स्थितियों से निपटने भारत उत्तरदाता के रूप में भी उभरा

उन्होंने कहा कि मैं इन विकासों पर केवल इसलिए जोर नहीं देता क्योंकि ये दुनिया की आधे से अधिक समस्याओं का समाधान करते हैं। मैं इस पर इसलिए जोर देता हू क्योंकि ये शेष ग्लोबल साउथ को भी एक दिशा देते हैं। जयशंकर ने कहा कि हम फिजी और म्यांमार से लेकर मोजाम्बिक, यमन, तुर्किये तक आपदा, आपातकालीन और संघर्ष स्थितियों से निपटने के पहले उत्तरदाता के रूप में भी उभरे हैं।

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