26-27 दिसम्बर को खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम..
अधिकारियों के इस प्रशिक्षण कार्यकम का शुभारंभ श्याम बिहारी जायसवाल, माननीय मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग करेंगे।
रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 26-27 दिसम्बर को न्यू सर्किट हाउस रायपुर में आयोजित की जा रही है। उक्त प्रशिक्षण में विभाग के सहायक औषधि नियंत्रक, औषधि निरीक्षक एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी भाग लेंगे। अधिकारियों के इस प्रशिक्षण कार्यकम का शुभारंभ श्याम बिहारी जायसवाल (Shyam Bihari Jaiswal), माननीय मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग करेंगे। औषधि नियंत्रक चंदन कुमार ने विभाग में ज्वाइन करते ही विभाग के अधिकारियो के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता को महसूस किया ताकि राज्य में औषधि एवं खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता निर्धारण सुनिश्चित किया जा सके।
उक्त प्रशिक्षण में देश के जाने माने प्रशिक्षक विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में वक्ता के रूप में नरेन्द्र कुमार आहूजा रिटायर्ड औषधि नियंत्रक हरियाणा, ओमप्रकाश साधवानी रिटायर्ड सयुंक्त औषधि नियंत्रक महाराष्ट्र, राजिन्दर हरना रिटायर्ड सहायक औषधि नियंत्रक हरियाणा, सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुशांत महापात्रा डॉ अमल कुमार औषधि नियंत्रण अधिकारी पटना, बिहार, डॉ. श्रीकांत नामा मैनेजर क्वालिटी एवं रेगुलेटरी अफेयर एक्सपर्ट नई दिल्ली रहेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश में खाद्य एवं औषधि के संबंध में ज्वलंत मुददे जैसे कि भारतीय न्याय संहिता एवं एफएसएसएआई एक्ट तथा औषधि अधिनियम में उसके उपयोग, मेडिकल डिवाईस एक्ट, ड्रग्स एवं मैजिक रेमिडी एक्ट, साक्ष्य अधिनियम, ब्लड सेंटर रेग्युलेशन, रिवाईस्ड सेडयूल एम इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण दिया जावेगा।
उक्त प्रशिक्षण का उद्देश्य विभाग में कसावट लाना है। प्रशिक्षण में खाद्य एवं औषधि नियमों की जानकारी, अङ्गतन नियमों की जानकारी के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के प्रशिक्षक के द्वारा न्यायालयीन कार्यवाही में होने वाली परेशानियों को दूर करने के संबंध में जानकारी के साथ न्यायालय में विभाग का पक्ष कितनी मजबूती के साथ कैसे रखा जायेगा इन सबके संबंध में प्रशिक्षण दिया जावेगा। प्रशिक्षण में वर्तमान में आ रहे मेडिकल उपकरणो के संबंध में भी जानकारी दी जावेगी जिसकी वर्तमान में बहुत आवश्यकता है।