बांग्लादेश में 'India Out' अभियान, सुरक्षा एजेंसियां हुई अलर्ट
पड़ोसी देश बांग्लादेश में इस साल जनवरी में आम चुनाव हुए। इनमें अवामी लीग पार्टी ने तीन-चौथाई सीटों पर जीत हासिल की। शेख हसीना लगातार चौथी बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं।
बांग्लादेश, जनजागरुकता डेस्क। पड़ोसी देश बांग्लादेश में इस साल जनवरी में आम चुनाव हुए। इनमें अवामी लीग पार्टी ने तीन-चौथाई सीटों पर जीत हासिल की। शेख हसीना लगातार चौथी बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं। हालांकि, कुछ पर्यवेक्षक इस चुनाव को विवादित मानते हैं। चुनाव के बाद बांग्लादेश के कई इन्फ्लुएंसर्स और कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओ ने सोशल मीडिया पर ‘इंडिया आउट’ अभियान शुरू किया। बताया जा रहा है कि इस अभियान के पीछे बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के साथ-साथ पाकिस्तानी सुरक्षा आईएसआई की मिलीभगत है। इंडिया आउट अभियान में भारत और बांग्लादेश की दोस्ती को टारगेट किया जा रहा है।
अभियान में बांग्लादेश के लोगों को भारत के खिलाफ भड़काने के लिए प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। उनका दावा है कि मोदी सरकार ने बांग्लादेश में हो रहे लोकतंत्र के हनन को नजरअंदाज किया। साथ ही, अपने हितों को साधने के लिए शेख हसीना के सत्ता में बने रहने का समर्थन किया। भारत विरोधी इस अभियान में बांग्लादेश से फरार पिनाकी भट्टाचार्य को इस साजिश का अहम किरदार माना जा रहा है। पिनाकी भट्टाचार्य फ्रांस में मौजूद है और वो वही से बैठे हुए भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर फैलाने का काम कर रहा है। बांग्लादेश में बढ़े विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए इंडिया आउट कैंपने पर अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर है।