पूरी दुनिया में बदनाम पकिस्तानी मूल के नागरिक, हर देश त्रस्त, अब ब्रिटेन की चिंता
यूके की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने कहा है ब्रिटिश समाज को पाकिस्तानी बर्बाद कर रहे हैं। पूर्व रॉ-चीफ ने UK की गृहमंत्री के दर्द को खौफनाक सच बताया है।
ब्रिटेन, जनजागरुकता डेस्क। अपने देश में तो शांति से रह नहीं सकते, पर जहां इन्हें रोजी-रोटी के लिए पनाह दिया जाता है वहां भी वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। हाल में ऐसा मामला यूके में सामने आया है। जहां पाकिस्तान के नागरिक घिनौनी हरकर कर रहे हैं।
यह बात यूके की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने उठाया है। उन्होंने एक चैनल को दिए साक्षातकार में बताया कि वे किस तरह देश का माहौल खराब कर रहे हैं। यूके की गृहमंत्री ने जो आरोप लगाए हैं, इसकी पुष्टि भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड ऐनेलिसिस विंग यानि रॉ के पूर्व चीफ विक्रम सूद ने मुहर लगाकर कर दी है।
गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन के अनुसार ब्रिटिश पाकिस्तानी, यहां की गोरी लड़कियों की परिस्थितियों का फायदा उठाते हैं, उन्हें ड्रग्स देते हैं और उनके साथ रेप करते हैं। गृहमंत्री ने दावा किया कि "हमने देखा है, कि राज्य की पुलिस एजेंसियां और सामाजिक कार्यकर्ता, ऐसे मामलों से मुंह फेर लेते हैं।"
ऐसी हरकतों को भारत में
यूके की गृहमंत्री ने ये भी कहा कि ऐसी हरकतों को भारत में लव जिहाद कहा जाता है, जिस पर पश्चिमी देश भारत की आलोचना करते हैं, लेकिन अब खुद उसी दर्द को महसूस करने लगे हैं।
एक गैंग बनाकर करते हैं काम
यूके की गृहमंत्री ने ब्रिटिश पाकिस्तानी पुरुषों को लेकर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है, कि ब्रिटिश पाकिस्तानी एक गैंग बनाकर काम करते हैं, जिनके लिए गोरी लड़कियों को शिकार बनाना काफी आसान होता है। वे लड़कियों की परिस्थितियों का फायदा उठाते हैं। उन्हें नशे की चीजें देकर आदी करते हैं और फिर गिरोह के रूप में उनके साथ रेप करते हैं। गृह मंत्री ने कहा, कि "हमने देखा कि राज्य की पुलिस एजेंसियां और सामाजिक कार्यकर्ता, ऐसे मामलों में भी मुंह बंद रखते हैं।"
पूर्व रॉ चीफ ने बताई पाक मूल के नागरिकों की हरकत
यूके की गृहमंत्री ने जो आरोप लगाए हैं, इस घटना पर भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड ऐनेलिसिस विंग यानि रॉ के पूर्व चीफ विक्रम सूद भी हामी भरी है। आगे पूर्व रॉ चीफ ने इनकी घिनौनी हरकत बताई। कहा कि ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के नागरिकों ने गंदी और खरनाक हरकत कर रहे हैं। वो गिरोह बनाकर वहां की लड़कियों का शिकार करते हैं। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट में ब्रिटिश पाकिस्तानियों की खौफनाक हरकतों का खुलासा किया है।
ऐसी हरकत 1997 से की जा रही
विक्रम सूद ने समाचार एजेंसी स्मिता प्रकाश के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा है, कि "ऐसा यूके में 1997 में से ही हो रहा है, जिनमें 1400 घिनौने नन-मुस्लिम गोरी लड़कियों से बलात्कार के केस सामने आए हैं। इसका दोष ज्यादातर में पाकिस्तानी मूल के नागरिकों पर है।
बहुत से मामले पर पुलिस भी डरती है
ब्रिटेन में इस समस्या को आधिकारिक तौर पर करीब 25 साल बाद स्वीकार किया गया है। "ऐसे खतरनाक मामले पर विक्रम सूद ने जानकारी दी कि स्थिति ऐसी बन गई है कि "शिकायत करने वालों को पुलिस सुरक्षा लेनी पड़ी है। पुलिस जातिवाद होने के आरोपों और अंतर-सामुदायिक संबंधों को नुकसान पहुंचाने के डर से कार्रवाई करने में हमेशा नाकाम रही"। पूर्व रॉ अधिकारी ने खतरनाक खुलासा करते हुए लिखा है, कि "यूरोप ने भी अपने पूर्व उपनिवेशों के अप्रवासियों के साथ व्यवहार करते समय इसी तरह का व्यवहार किया।
भारत की आलोचना करते हैं, पर पश्चिमी देश खुद उसी दर्द में हैं
यूके की गृहमंत्री का ये बयान उस मानसिकता को दर्शाता है, जिसे लेकर पाकिस्तानी शख्स ब्रिटेन पहुंचता है। यूके की गृहमंत्री ने जो कहा है, उसे भारत में लव जिहाद कहा जाता है, जिस पर पश्चिमी देश भारत की आलोचना करते हैं, लेकिन अब खुद उसी दर्द को महसूस करने लगे हैं।
12 लड़कियों से बलात्कार पर 20 पाकिस्तानियों को सजा
इसमें हर गुनहगार नहीं बचता, कई में सजा भी मिलती है। जैसे उत्तरी इंग्लैंड में करीब 12 गोरी लड़कियों से बलात्कार करने के आरोप में अक्टूबर 2018 में 20 पाकिस्तानियों को जेल की सजा सुनाई गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, सभी पीड़ित लड़कियां नाबालिग थीं। इन लड़कियों को ड्रग्स दिया गया था और किसी लड़की के साथ कार पार्किंग में, तो किसी को सुनसान इलाके में निशाना बनाया था।
पाकिस्तानियों की विकृत मानसिकता
लेख में बताया गया है कि पाकिस्तानियों की मानसिकता ही खराब है और सिर्फ यूके ही नहीं, तुर्की भी एक वक्त पाकिस्तानियों से काफी परेशान हुआ था। सऊदी अरब में रेप के आरोप में सौ से ज्यादा पाकिस्तानियों के सिर काटे गए हैं, तो तुर्की में बकायदा 'पाकिस्तानियों को भगाओ' कैम्पेन चला। पिछले साल तुर्की के अलग अलग शहरों में करीब 5000 ऐसे पाकिस्तानी हिरासत में थे, जिन पर सेक्स क्राइम के आरोप थे।
तुर्की में अवैध घूसपैठ कर अपराध का स्थर बढ़ाया
तुर्की एजेंसी के अनुसार पिछले कुछ सालों में अवैध पाकिस्तानी भारी संख्या में तुर्की पहुंचे हैं, जिन्होंने तुर्की में चोरी और लूटपाट की घटनाओं को बढ़ाया। लिहाजा तुर्की में पाकिस्तानियों को भगाने की मुहिम चली। ये दर्जनों अपराधों में लिप्त पाए गए। अप्रैल 2022 में तुर्की में एक ऐसे ही पाकिस्तानी गैंग का पर्दाफाश किया गया था, जिन्होंने पर्यटकों का अपहरण किया था। तुर्की पुलिस ने घटना में 6 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था।
दुनिया के लिए सिरदर्द बने पाकिस्तानी
अप्रैल 2022 में यूके सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में गिरफ्तार किए गये हर एक हजार लोगों में एशियाई मूल के 11 नागरिक शामिल रहे हैं। वहीं, बांग्लादेश के 14, चीन के तीन, भारत के 6 और पाकिस्तान के 14 नागरिक शामिल रहे हैं। यूके की जेल में बंद कुल अपराधियों में सातवां नंबर पाकिस्तानियों का है। इतना ही नहीं, ग्रीस में पिछले साल अप्रैल और मई महीने में उस वक्त पाकिस्तानियों को देश से खदेड़ने की मुहिम शुरू हो गई थी, जब 17 साल की एक नाबालिग लड़की की खतरनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी। धर्म परिवर्तन के लिए अहसान उस लड़की को ईसाई से मुसलमान बना रहा था।