जल और जमीन को लेकर नाइजीरिया में खूनी संघर्ष, 85 की गई जान

नाइजीरिया के नॉर्थ में मुस्लिम आबादी ज्यादा है, वहीं साउथ में ईसाई समुदाय की बहुतायत है। दोनों समुदायों के बीच जमीन और पानी के लिए अक्सर लड़ाई होती रहती है।

जल और जमीन को लेकर नाइजीरिया में खूनी संघर्ष, 85 की गई जान

नाइजीरिया, जनजागरुकता डेस्क। दुनिया के अशांत देशों में सुमार नाइजीरिया की गिनती सबसे अशांत देशों की सूची में है। वहीं एक बार फिर मिडिल नाइजीरिया में चारवाहों और किसानों के बीच खूनी संघर्ष सामने आया है।

स्थिति ऐसी हो गई है कि इस खूनी संघर्ष में 85 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 3000 से अधिक लोगों को सुरक्षित दूसरी जगह ले जाया गया है।

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मामला दो समुदायों के बीच का है, जहां सेंट्रल नाइजीरिया में जल और जमीन के लिए संघर्ष की स्थिति बनी रहती है। इससे पहले भी ऐसे ही हिंसक संघर्ष देखा गया है। इस कारण से अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।

मुस्लिम और ईसाई समुदाय के बीच तनाव

रिपोर्ट के अनुसार नाइजीरिया के नॉर्थ में मुस्लिमों की आबादी ज्यादा है, वहीं साउथ में ईसाई समुदाय बहुतायत में हैं। जो जल और जमीन के लिए बंदूकों से लैस होकर उत्तर मध्य नाइजीरिया में पठारी राज्य के एक गांव पर अटैक किया।

3 हजार से अधिक लोग विस्थापित

सालों से चल रही इस लड़ाई में बड़ी संख्या में लोगों की जान जा चुकी है। फिर भी नाइजीरिया में किसानों और चरवाहों के बीच हिंसक झड़प थमती नजर नहीं आ रही है। घटना में अनेक लोगों की हालत गंभीर है। मीडिया के अनुसार मानें तो सेंट्रल नाइजीरिया में 3 हजार से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।

बंदूकों से लैस लोगों के बीच लड़ाई होती है

विश्व में अशांत देशों की गिनती में जाने जाने वाले नाइजीरिया में सालों से दो समुदायों के बीच यह संघर्ष जारी है। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार बंदूकों से लैस लोगों के बीच हर बार लड़ाई होती है। सेंट्रल नाइजीरिया में जल और जमीन के लिए ही किसानों और चरवाहों के बीच संघर्ष होता है। और हर बार किसी न किसी की जान जाती है। 

अलग-अलग गांवों में हुई हिंसा

मामले पर नाइजीरिया के सूचना और संचार आयुक्त डैन मंजांग के अनुसार चरवाहों और किसानों के बीच झड़प हुई है। जिसमें चारवाहे मुस्लिम थे और किसान ईसाई समुदाय से हैं। इधर पुलिस के मुताबिक ये झड़पें हिलसा मंगू जिले के बवोई के अलग-अलग गांवों में हुई है। यहां फिलहाल सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। यहां स्थिति संभालने 24 घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।

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