औरंगजेब को लेकर कोल्हापुर में तनाव, हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ- संजय राउत
शिवसेना उद्धवगुट के नेता संजय राउत ने कहा ‘कर्नाटक में बजरंगबली ने मदद नहीं की, तो महाराष्ट्र में औरंगजेब चाहिए’।
मुंबई, जनजागरुकता डेस्क। महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर दो जिलों में तनाव है।मंगलवार को कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट किया था।इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवकों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। वहीं दूसरी ओर औरंगजेब के समर्थन में हुई एक रैली के विरोध में प्रदर्शन में पत्थर बाजी की घटना हुई। औरंगजेब को लेकर कोल्हापुर और अहमदनगर में तनाव व्याप्त है। इधर इस घटना पर भाजपा पर पलटवार करते हुए शिवसेना उद्धवगुट के नेता संजय राउत ने कहा कि ‘कर्नाटक में बजरंगबली ने मदद नहीं की, तो महाराष्ट्र में औरंगजेब चाहिए’। उन्होंने कहा मेरी जानकारी के अनुसार इस झड़प में कोल्हापुर के लोग शामिल नहीं थे। बाहर के लोगों को स्थिति बिगाड़ने के लिए लाया गया था।
औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट, विरोध में रैली, पुलिस से झड़प
संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि कोल्हापुर में स्थिति नियंत्रण में है। पहली घटना कोल्हापुर में हुई जहां मंगलवार को कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट किया था। यहां औरंगजेब के समर्थन में हुई एक रैली के विरोध में प्रदर्शन आयोजित किया गया था। अब इसी मामले पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने इशारों में भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बजरंगबली ने आपकी मदद नहीं की। तो आपको महाराष्ट्र में औरंगजेब चाहिए। साथ ही शिंदे-फडणवीस की सरकार पर भी निशाना साधा।
शिंदे-फडणवीस की सरकार को कोसा
उन्होंने कहा मेरी जानकारी के अनुसार इस झड़प में कोल्हापुर के लोग शामिल नहीं थे। बाहर के लोगों को स्थिति बिगाड़ने के लिए लाया गया था। वहीं, उन्होंने शिंदे-फडणवीस की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए पूछा कि जब से आपकी सरकार सत्ता में आई है तब से ऐसा बार-बार क्यों हो रहा है?
कर्नाटक में बजरंगबली ने आपकी मदद नहीं की
उन्होंने कहा कि आप हिंदुत्व की बात करते हैं तो क्या आपका हिंदुत्व इतना कमजोर है कि किसी शहर में किसी की फोटो कार्यक्रम में उछाल दिया तो आपका हिंदुत्व खतरे में आ गया। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या आपको चुनाव जीतने के लिए औरंगजेब की जरूरत है? कर्नाटक में बजरंगबली ने आपकी मदद नहीं की। तो आपको महाराष्ट्र में औरंगजेब चाहिए?