फंड जुटाने पीएनबी बेचेगा 15 करोड़ शेयर, कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
सरकार की हिस्सेदारी घटाकर 780 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इस पर बोर्ड मेंबर्स की मीटिंग में फैसला होगा।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। सरकारी बैंक में से एक पीएनबी एक बार फिर से अपने 15 करोड़ शेयरों को बेचकर फंड जुटाने की योजना पर काम कर रहा है। इस योजना को 30 जून को होने वाली बैंक के बोर्ड मेंबर्स की मीटिंग में रखा जाएगा। अगर यह योजना मंजूर हो गई तो इसका सीधा लाभ बैंक कर्मचारियों के साथ कई लोगों को होगा। शेयरों को करेंट मार्केट प्राइस पर बेचकर इस स्कीम के जरिए 780 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
बोर्ड मेंबर्स की बैठक 30 जून को
बैंक एंप्लॉय स्टॉक परचेज स्कीम के तहत 15 करोड़ शेयरों को बेचकर फंड रेज करेगा। बैंक के बोर्ड मेंबर्स की मीटिंग 30 जून तक होनी है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) अपने शेयरों को बेचने की योजना पर काम कर रहा है। बैंक ने इससे पहले भी साल 2018 में एंप्लॉय स्टॉक परचेज स्कीम के तहत 500 करोड़ रुपये जुटाए थे।
780 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
पीएनबी 30 जून को होने वाली एनुअल जनरल मीटिंग में बोर्ड मेंबर्स के सामने, शेयरों को करेंट मार्केट प्राइस पर बेचकर इस स्कीम के जरिए 780 करोड़ रुपये जुटाने और 2 रुपये के फेस वैल्यू पर 15 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी कर आवंटित करने का प्रस्ताव रखेगा।
सरकार की हिस्सेदारी कम की जाएगी
सरकार की हिस्सेदारी 73.15 प्रतिशत को कम कर 52 फीसदी करने की योजना बता दें कि सरकारी बैंक पीएनबी में 31 मार्च, 2023 तक सरकार की हिस्सेदारी 73.15 प्रतिशत है। इसलिए पीएनबी द्वारा ये 15 करोड़ नए शेयर इस कीमत और ऐसे नियमों और शर्तों पर बोर्ड की सहमति से जारी किए जाएंगे, ताकि सरकार की हिस्सेदारी 52 फीसदी से कम न हो।
पीएनबी ने पहले भी बेचे थे शेयर
बता दें कि बैंक ने उस वक्त इस स्कीम के तहत 10 करोड़ नए इक्विटी शेयर को अपने कर्मचारियों को बेचे थे। बैंक ने ये शेयर 53.95 रुपये प्रति शेयर के डिस्काउंट प्राइस पर जारी किए थे।
प्रॉफिट मार्च तिमाही में 5 गुना बढ़ा
पंजाब नेशनल बैंक का प्रॉफिट मार्च तिमाही में 5 गुना बढ़कर 1,159 करोड़ रुपये हो गया था। पीएनबी ने नतीजे जारी करते हुए बताया था कि एक साल पहले यानी 2022 में टोटल इनकम 21,095 करोड़ रुपये थी, जो इस वित्त वर्ष में बढ़कर 27,269 करोड़ रुपये हो गई थी।
एनपीए के आंकड़े में भी आई कमी, 2.72 फीसदी तक गिरा
रेगुलेटरी फाइलिंग में बैंक ने बताया कि बैंक के एनपीए के आंकड़े में भी कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च, 2023 तक बैंक का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसट 8.74 प्रतिशत हो गई है जो एक साल पहले मार्च 2022 में 11.78 फीसदी था। इसके अलावा अगर बैंक के नेट एनपीए की बात करें तो बैंक का नेट एनपीए 2.72 फीसदी तक गिरा है जो 2022 में 4.8 फीसदी था।