स्वास्थ्य विभाग ने कंजक्टिवाईटिस संक्रमण से बचाव के संबंध में जानकारी दी
इसके जांच एवं उपचार की सुविधा चिकित्सा महाविद्याालय, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में नि:शुल्क उपलब्ध है।
रायगढ़, जनजागरुकता। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने कंजक्टिवाईटिस संक्रमण से बचाव के संंबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में आँख आने की बीमारी बढ़ रही है यह आंख की संक्रामक बीमारी है, इसे कंजक्टिवाईटिस संक्रमण कहा जाता हैं। इसमें आँखो का लाल होना, आंखों में बार-बार कीचड़ आना, आँख में चुभन, सूजन जैसे लक्षण होने लगते है। इस आई फ्लू का संक्रमण लोगों में तेजी से फैल रहा है। जिले में विद्यालय के बच्चों को एक-दूसरे के संपर्क में आने, छात्रावास, पोटाकेबिन, आश्रमों में व उनके परिवार के सदस्य भी आई फ्लू से संक्रमित हो रहे हैं जिसके कारण चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
उन्होंने आई फ्लू संक्रमण से बचाव के लिए कहा कि चिकित्सकीय उपचार एवं आवश्यक सावधानी बरतने से यह रोग कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। यह संक्रामक बीमारी है जो संपर्क में आने से फैलने के कारण मरीज को अपनी आँखो को बार-बार ठंडे पानी से धोने व बार-बार हाथ न लगाने की सलाह दी गई, रोगी से हाथ मिलाने एवं उसकी उपयोग की चीजें अलग कर बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है।
आंखो में होने वाले संक्रमण को हल्के में न लेकर, स्वास्थ्य केंद्रो से संपर्क करें
संक्रमित आंख को देखने से पूर्व काला चश्मा प्रयोग करें, इस बीमारी को केवल संपर्क के फैलाव को रोककर बचाव किया जा सकता है इस रोग के संक्रमण को रोकने के लिये निम्नलिखित उपचार किये जा सकते है:- एण्टीबॉयोटिक ड्रॉप जैसे-Gentamicine/ ciprofloxacin ड्रॉप आँखो में छ: बार एक-एक बूँद तीन दिनों के लिये मरीज को देना चाहिये। तीन दिनों में आराम न आने पर नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सक के पास जाना आवश्यक है। इसके जांच एवं उपचार की सुविधा चिकित्सा महाविद्याालय, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में नि:शुल्क उपलब्ध है तथा जनसामान्य से अपील की जाती है कि, आंखो में होने वाले संक्रमण की शिकायत को हल्के में न लेकर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रो में संपर्क करें।