आदित्य-L1 Mission : नई जानकारी- धरती की ऑर्बिट में लगाई दूसरी छलांग
वैज्ञानिकों के अनुसार इस ऑपरेशन के दौरान मॉरीशस, बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर में ISTRAC/ISRO के ग्राउंड स्टेशनों ने उपग्रह को ट्रैक किया।
श्रीहरिकोटा, जनजागरुकता डेस्क। सूर्य के अध्ययन के लिए भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र से छोड़े गए आदित्य-एल वन (Aditya-L1) पर हमारे वैज्ञानिक 24 घंटे नजर रखे हुए है। पूरी दुनिया मिशन के अपडेट पर ध्यान केंद्रित किए हुए है। इसी के तहत जानकारी मिली है कि भारत के पहले सौर मिशन ‘आदित्य-L1’ ने आज धरती की ऑर्बिट में दूसरी छलांग लगाई है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने बताया कि अब स्पेसक्राफ्ट 282 km x 40225 km के ऑर्बिट में है। इसके लिए 10 सितंबर सुबह 2.30 बजे का समय निर्धारित किया गया है। इस बात की जानकारी इसरो के वैज्ञानिकों ने दी है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस ऑपरेशन के दौरान मॉरीशस, बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर में ISTRAC/ISRO के ग्राउंड स्टेशनों ने उपग्रह को ट्रैक किया।
ऑर्बिट ..इसलिए बदली गई
इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार आदित्य- एल वन 18 सितंबर तक धरती के चारों तरफ 4 बार अपनी ऑर्बिट बदलेगा। धरती के चारों ओर ऑर्बिट इसलिए बदली जा रही है जिससे कि उसे इतनी रफ्तार मिल सके कि वह 15 लाख km लंबी यात्रा को पूरा कर सके। इस यात्रा के बाद आदित्य L1 पॉइंट पर पहुंच जाएगा, जो उसकी मंजिल है। रविवार को इसने पहली छलांग लगाई थी। आपको बता दें इसरो अपने नए मिशन के लिए X बैंड तकनीक की टेस्टिंग कर रहा है।