खदान में हैवी ब्लास्टिंग के बाद आधे किमी से आया पत्थर, पार्क में घूम रही छात्रा का सिर फटा, मौके पर मौत
जशपुर कलेक्टर ने मामले में संबंधितों पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
अंबिकापुर, जनजागरुकता। जशपुर जिले में कुनकुरी से लगे मयाली में बुधवार शाम बड़ी घटना घट गई। पत्थर खदान में हैवी ब्लास्टिंग से पार्क में घूमने गई किशोरी चपेट में आ गई। उसकी मौके पर मौत हो गई। लगभग आधा किलोमीटर दूर स्थित पत्थर खदान से उड़कर आए पत्थर से किशोरी के सिर के परखच्चे उड़ गए।
मृत किशोरी कक्षा 12वीं की छात्रा थी। जहां यह घटना हुई, उस पार्क का शुभारंभ 13 फरवरी को सीएम भूपेश बघेल ने किया था। जशपुर कलेक्टर ने मामले में संबंधितों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार कुनकुरी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मयाली में पार्क के पास स्थित एक पत्थर खदान में बुधवार शाम हैवी ब्लास्टिंग की गई। हैवी ब्लास्टिंग के कारण उड़ा एक बड़ा पत्थर करीब आधा किलोमीटर से अधिक दूर से मयाली पार्क में घूमने आई किशोरी केश्वरी बाई के सिर में जा लगा।
बताया गया कि पत्थर लगने से किशोरी के सिर के परखच्चे उड़ गए और उसकी मौके पर मौत हो गई। मृत किशोरी खटांगा गांव की निवासी थी और हायर सेकेंडरी स्कूल चरईडांड में 12वीं की छात्रा थी।
आधा किलोमीटर से अधिक दूर है पार्क
मयाली पार्क में जहां यह घटना हुई है वह पत्थर खदान से करीब आधा किलोमीटर से ज्यादा दूर है। पत्थर तोड़ने के लिए ज्यादा बारूद डाल दिए जाने के कारण इतनी तेज ब्लास्टिंग हुई कि वहां से उड़ा पत्थर आधा किलोमीटर दूर पार्क में खड़ी किशोरी को जा लगा। ग्रामीणों ने बताया कि यहां चार पत्थर खदानें हैं।
जांच के बाद संबंधितों पर एफआईआर की जाएगी
मयाली धार्मिक स्थल भी है। यहां विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग मधेश्वर पर्वत को माना जाता है। यहां स्कूल भी हैं, फिर भी 4 पत्थर खदानों की स्वीकृति कैसे दी गई, इसका लोग पूर्व से विरोध भी करते रहे हैं। 29 सितंबर को भी हैवी ब्लास्टिंग के कारण स्कूल भवन में दरारें आ गई थीं। एसपी डी रविशंकर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि संबंधितों के खिलाफ एफआईआर की जाएगी। मामले की जांच की जा रही है।
कलेक्टर ने दिए एफआईआर के आदेश
मामले को जशपुर कलेक्टर रवि मित्तल ने गंभीरता से लेते हुए संबंधित ठेकेदार एवं खदान मैनेजर के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया है। कलेक्टर ने मामले में जांच कमेटी बनाई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद खदानों पर कार्रवाई होगी।
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