बजट से पहले महापौर एजाज ढेबर पंहुचे काली माता के दरबार , फिर पेश किए 16 सौ करोड़ का बजट
नगर निगम के बजट में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।
रायपुर, जनजागरुकता। महापौर एजाज ढेबर ने सामान्य सभा की बैठक में नगर निगम का 16 सौ करोड़ से ज्यादा का बजट पेश किया गया। इस बजट में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। बजट पेश करने से पहले महापौर ढेबर ने आकाशवाणी चौक स्थितकाली मंदिर में गोबर का सूटकेस लेकर पूजा अर्चना की।
बजट की मुख्य बातें
खारुन नदी के शुद्धिकरण का लक्ष्य आगामी दो सालों के लिए ,
पौनी पसारी योजना का विस्तार किया जाएगा,
गौधन उत्पादों के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा,
स्वास्थ्य सेवाओं की सुगमता के लिए मोहल्ला क्लिनिक और मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का कवरेज बढ़ाया जाएगा,
नगर निगमों के स्कूलों में संसाधन बढ़ाए जाएंगे,
रायपुर निगम महापौर एजाज ढेबर बजट का ब्रिफकेस लेकर आशीर्वाद लेने काली माता के दरबार पहुंचे थे। पूजा के बाद महापौर ढेबर को ब्रिफकेस सौंपते पंडित जी।
सामान्य सभा 10 मिनट के लिए स्थगित
सामान्य सभा में विपक्ष ने काफी हंगामा किया। नगर निगम महापौर के बजट भाषण से पहले विपक्ष ने आसंदी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री आवास योजना के मुद्दे और फर्जी टेंडर जारी करने के मामले में भी हंगामा किया । इस हंगामे की वजह से सभापति ने सामान्य सभा 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
महापौर एजाज़ ढेबर ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया, चौदह करोड़ के इस बजट से पहले महापौर ढेबर में आकाशवाणी चौक स्थित काली मंदिर में बजट का सूटकेस लेकर पूजा अर्चना की। इस मौके पर महापौर ने बताया शहर के सभी वर्गी का बजट है शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है।
पक्ष-विपक्ष के बीच गहमा गहमी
बजट से पहले प्रश्नकाल हुआ, नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक में पार्षद मृत्युंजय दुबे ने फर्जी तरीके से टेंडर जारी करने का मामला उठाया। मृत्युंजय दुबे ने रावतपुरा फेस 2 में दो करोड़ के फर्जी भुगतान का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक ही ठेकेदार को बार बार टेंडर देकर लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है।
एमआईसी पर नामजद एफआईआर
मृत्युंजय दुबे ने कहा कि ठेकेदार को अब तक 6 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है। फर्जी टेंडर मामले में पार्षद मृत्युंजय दुबे ने महापौर और नगर निगम एमआईसी पर नामजद एफआईआर करने की चेतावनी दी है।वहीँ इस दौरान मोर आवास, ईडी, अडानी, सीबीआई के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष के बीच गहमा गहमी होती रही। बीजेपी के हंगामें के बाद सभापति सदन से बाहर निकलें वहीँ दूसरे तरफ विपक्ष नारेबाजी करते रहे।