कलेक्टर बंसल अचानक पहुंचे हॉस्टल, बच्चों के संग बैठकर खाया खाना
बच्चों के साथ पंगत में अपनी भी थाली लगवाई और वही खाना खाया जो बच्चों को परोसा जा रहा था।
बलौदाबाजार, जनजागरुकता। कलेक्टर रजत बंसल 20 अक्टूबर की रात अचानक जिला मुख्यालय स्थित आदिवासी बालक छात्रावास पहुंच गए। वहां उन्होंने छात्रावास के बच्चों के साथ पंगत में अपनी भी थाली लगवाई और वही खाना खाया जो बच्चों को परोसा जा रहा था।
छात्रावास में इस दौरान उन्होंने बच्चों के संग ही जमीन में बैठकर खाना खाकर खाने की गुणवत्ता परखी। इस दौरान बलौदाबाजार की नए एसडीएम आईएएस रोमा श्रीवास्तव भी मौजूद थीं। भोजन के दौरान छात्रों से चर्चा कर उनकी समस्याएं भी सुनी एवं उनसे पढ़ाई और खेलकूद संबंधी विषयों पर बातचीत कर जायजा लेते हुए उनकी आवश्यकताओं के बारे में पूछा।
कंप्यूटर कक्ष की सुविधा देने का वादा
छात्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए लाइब्रेरी, कंप्यूटर कक्ष की सुविधा की मांग की। इसे कलेक्टर बंसल ने पूरा करने का वादा किया। साथ ही उन्होंने किचन, हाॅस्टल के सभी कमरों एवं टाॅयलेट का निरीक्षण किया एवं जहां भी मरम्मत की जरूरत है, उसे सहायक आयुक्त को निर्देशित करते हुए 10दिनों के भीतर ही ठीक करने कहा। साथ ही सभी हॉस्टलों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा। इसके अलावा अतिरिक्त लाइट लगाने के निर्देश भी दिए।
कम्प्यूटर लैब एवं लाइब्रेरी बनाने के निर्देश
कम्प्यूटर लैब एवं लाइब्रेरी के संयुक्त निर्माण के लिए छात्रावास की छत पर उपलब्ध खाली जगह का निरीक्षण कर बंसल ने उक्त सबंधित अफसर को निर्माण कार्य प्रारंभ करने एवं समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए है। साथ ही अंत में महीने भर बाद फिर से निरीक्षण करने को कहा है।
बुजुर्गों का शॉल व श्रीफल से सम्मान
कलेक्टर रजत बंसल रामसागर तालाब स्थित श्रीवाटिका वृध्दाश्रम का भी निरीक्षण निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान सभी बुजुर्गों का शॉल व श्रीफल से सम्मान किया एवं फल-मिठाई खिलाकर सभी को दिवाली की शुभकामनाएं दी। इस दौरान वृध्दाश्रम के समस्त बुजुर्गों ने भी परिसर के ही फूलों से बनाए पुष्प गुच्छ से कलेक्टर रजत बंसल का आत्मीय स्वागत किया। कलेक्टर ने उनकी जरूरतों के बारे में पूछकर उनके मनोरंजन के लिए उपलब्ध साधनों जैसे टेलीवीजन की जानकारी ली। इसके बाद वृध्दाश्रम के अलग-अलग कमरों, शयनकक्षों का निरीक्षण कर जानकारी ली एवं उचित सुधार हेतु संबंधित विभाग को निर्देशित किया।
ये कवायद अच्छी है... जमीन से जुड़े होने का एहसास कराना भी जरूरी
दरअसल रजत बंसल जमीन से जुड़े अफसर के रूप में पहचाने जाते हैं। रायपुर ननि में प्रशासक से लेकर बस्तर कलेक्टर और अब बलौदाबाजार कलेक्टर के रूप में अपनी इस पहचान को लगातार वे नया आयाम दे रहे हैं। हर जगह स्थानीय जरूरतों, रहन-सहन, खान-पान, स्थानीय संस्कृति में रच बसकर लोगों को अपना बनाने की कला वे खूब जानते हैं। यही वजह है कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा भी पाते हैं। बच्चों संग खाना खाना, वृध्दाश्रम में बुजुर्गों से मिलना, उनका सम्मान करना ये सब कम ही नौकरशाह करते हैं या करते भी हैं तो दिखावे के लिए लेकिन रजत बंसल के बारे में उनके अब तक के कार्यकाल में ऐसे किस्सों के साथ लोगों की जो सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आती रही है, उससे उनके जमीन से जुड़े होने का अहसास होता है।
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