भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर बढ़ाने पर विचार, कर्मचारियों में खुशी
सहमति के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। अनुमोदन के बाद 2022-23 के लिए जमा राशि पर ब्याज 5 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं के खातों में जमा कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। ईपीएफ जमा पर ब्याज दर बढ़ाने पर सीबीटी विचार कर अंतिम रुप दे दिया गया है। सहमति के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। इस फैसले से कर्मचारियों में खुशी की लहर हैं। भविष्य निधि पर 2022-23 के लिए 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर तय की है।
सरकार से अनुमोदन मिलने के बाद वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफओ में जमा राशि पर ब्याज पांच करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं के खातों में जमा कर दिया जाएगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने मंगलवार को अपनी बैठक में कर्मचारी भविष्य निधि पर 2022-23 के लिए 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर तय की है।
मार्च 2022 में ईपीएफओ ने अपने करीब 5 करोड़ अंशधारकों के लिए 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर को घटाकर चार दशक के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत कर दिया था। यह 2020-21 में 8.5 प्रतिशत था। यह 1977-78, के बाद सबसे कम था, जब ईपीएफ ब्याज दर 8 प्रतिशत थी।