धमतरी जिले के मड़ेली गांव में फैला डायरिया, एक की मौत, डेढ़ सौ लोग अस्पताल दाखिल

नल-जल योजना के तहत बिछाई पाईप लाईन में लीकेज है। इस कारण नलों में गंदे पानी की सप्लाई हो रही थी। पानी पीने के बाद लोग बीमार होने लगे।

धमतरी जिले के मड़ेली गांव में फैला डायरिया, एक की मौत, डेढ़ सौ लोग अस्पताल दाखिल
कुरुद एसडीएम सोनाल डेविड पीड़ितों से मिलकर हालचाल जाना।

धमतरी, जनजागरुकता। जिले के मड़ेली गांव डायरिया से थर्रा उठा है। डायरिया की चपेट में आने से 7 साल की बच्ची की मौत हो गई है। गांव के करीब डेढ़ सौ लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। सभी का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है। गंदा पानी पीने से लोग डायरिया से पीड़ित हुए हैं।

डायरिया फैलने की सूचना के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग का चिकित्सा अमला गांव में कैंप लगाकर पीड़ितों का इलाज कर हैं। ग्रामीणों के मुताबिक पाईप लाइन में लीकेज होने की वजह से घरों में गंदा पानी पहुंचा है। इसे पीने से  ग्रामीण डायरिया से पीड़ित हुए हैं।

जानकारी अनुसार धमतरी जिले से 50 किमी दूर मड़ेली गांव में डायरियां ने लोगों को चपेट में ले लिया है। ग्रामीणों के अनुसार यहां नल-जल योजना के तहत बिछाई पाईप लाईन में लीकेज है। इस कारण नलों में गंदे पानी की सप्लाई हो रही थी। पानी पीने के बाद लोग बीमार होने लगे। 5 हजार की आबादी वाले मड़ेली गांव में उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई।

गांव में कुछ लोग इसकी चपेट में आए, उसके बाद बीते सोमवार से लोगों के बीमार होने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रतिदिन कोई न कोई डायरिया का शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्थिति ऐसी हो गई कि एक 7 साल की बच्ची की भी मौत हो गई। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। डॉक्टरों की टीम गांव पहुंचकर कैम्प लगाया है। 

कैंप में चिकित्सकों की निगरानी में पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है। वहीं जिन लोगों की हालत ज्यादा खराब है उन्हें कुरुद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही डायरिया से बचाव के लिए पूरे गांव में आवश्यक दवाइयों का वितरण किया जा रहा है।

मामले में ग्रामीणों के अनुसार यहां डायरिया होने के बाद पानी की टंकी से सप्लाई बंद कर दी गई है। गांव में 4 टैंकरों के माध्यम से पानी का वितरण किया जा रहा है। गांव में अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। 

गांव में डायरिया फैलने की सूचना के बाद प्रशासन अलर्ट हुआ। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की टीम, पीएचई विभाग, तहसीलदार, एसडीएम गांव में डेरा डाले हुए है। कुरुद एसडीएम सोनाल डेविड ने डायरिया की चपेट में आए लोगों से मुलाकात कर हालचाल जाना। अधिकारी ने डॉक्टरों को समझाइश दी और बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। लोगों को उबला पानी पीने की सलाह दी।

स्थिति को संभालने शासन-प्रशासन का पूरा अमला लगा हुआ है। डायरिया के कंट्रोल करने कवायद जारी। पानी की टंकियों की साफ-सफाई की जा रही है। लोगों को उबला पानी पीने की सलाह दी जा रही है, पर अभी डायरिया पर कंट्रोल नहीं हो पाया है। एक के बाद एक मरीज उल्टी-दस्त से पीड़ित होकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।