भगवान वामन का प्रकटोत्सव.. इनकी पूजा से होती है सुख, आनंद की प्राप्ति..

विष्णु जी ने श्रवण नक्षत्र में वामन अवतार के रूप में जन्म लिए थे, इसलिए इस दिन श्रवण नक्षत्र का विशेष महत्व होता है।

भगवान वामन का प्रकटोत्सव.. इनकी पूजा से होती है सुख, आनंद की प्राप्ति..

जीवन मंत्र.. मानें चाहे न मानें..

जनजागरुकता, धर्म डेस्क। 

देवेश्वराय देवश्य, देव संभूति कारिणे। 

प्रभावे सर्व देवानां वामनाय नमो नमः।।

नमस्ते पदमनाभाय नमस्ते जलः शायिने

तुभ्यमर्च्य प्रयच्छामि वाल यामन अप्रिणे।

नमः शांग धनुर्याण पाठ्ये वामनाय च। 

यज्ञभुव फलदा त्रेच वामनाय नमो नमः।।

अर्थ- जो भक्ति श्रद्धा एवं भक्ति पूर्वक वामन भगवान की पूजा करते हैं वामन भगवान उनको सभी कष्टों से उसी प्रकार मुक्ति दिलाते हैं जैसे उन्होंने देवताओं को राजा बलि के कष्ट से मुक्त किया था। विधि-विधान पूर्वक पूजन करने से सुख, आनंद, मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।

विष्णु जी ने श्रवण नक्षत्र में वामन अवतार के रूप में जन्म लिए थे, इसलिए इस दिन श्रवण नक्षत्र का विशेष महत्व होता है।

सनातन धर्म में सालभर हर महीने कोई न कोई त्योहार का महत्व है। बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। मंगलवार 26 सितंबर, 2023 को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की बारहवीं तिथि पर भगवान वामन का जन्म उत्सव होता है। वामन द्वादशी या वामन जयंती का सनातन धर्म में महत्वपूर्ण स्थान है। 

मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु जी वामन अवतार के रूप में पैदा हुए थे। माना जाता है कि वामन जयंती के दिन भगवान विष्णु के वामन रूप की पूजा करने से सभी बुरे कर्मों से छुटकारा मिल जाता है। इस दिन भगवान वामन की पूजा करने और विष्णु सहस्रनामा नामावली का पाठ करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

janjaagrukta.com