Income Tax Relief: कर्मचारियों के लिए कितनी फायदेमंद? शिक्षक नेता राजेश चटर्जी से समझिए पूरी गणना
आयकर अधिनियम 1961 की धारा 87-A के तहत, वार्षिक 12 लाख रुपये तक कमाने वाले वेतनभोगी कर्मचारी पूरी तरह कर मुक्त होंगे। इसके अतिरिक्त, उन्हें 75,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी मिलेगा।
छत्तीसगढ़, जनजागरूकता। प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में नए आयकर स्लैब की घोषणा से वेतनभोगी कर्मचारियों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिली है। पिछली तुलना में यह अब तक का सबसे बड़ा कर राहत पैकेज है।
इसके साथ ही, प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में ब्रॉडबैंड सुविधा की घोषणा से शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। पचास हजार स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित करने के फैसले से छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा। भारतीय भाषा पुस्तक योजना के तहत विद्यालय और महाविद्यालयों की पाठ्य सामग्रियां डिजिटल रूप में उपलब्ध कराई जाएंगी।
राजेश चटर्जी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 से नया आयकर स्लैब प्रभावी होगा। आयकर अधिनियम 1961 की धारा 87-A के तहत, वार्षिक 12 लाख रुपये तक कमाने वाले वेतनभोगी कर्मचारी पूरी तरह कर मुक्त होंगे। इसके अतिरिक्त, उन्हें 75,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी मिलेगा।
इसका अर्थ यह है कि कुल 12.75 लाख रुपये की वार्षिक आय पर कोई आयकर देय नहीं होगा, जो मोदी सरकार का एक सराहनीय कदम है।
2024-25 और 2025-26 में आयकर की तुलना:
8 लाख पर पहले ₹ 31,200, अब शून्य। बचत: ₹ 31,200
9 लाख पर पहले ₹ 41,600, अब शून्य। बचत: ₹ 41,600
10 लाख पर पहले ₹ 52,000, अब शून्य। बचत: ₹ 52,000
11 लाख पर पहले ₹ 67,600, अब शून्य। बचत: ₹ 67,600
12 लाख पर पहले ₹ 83,200, अब शून्य। बचत: ₹ 83,200
इसके अलावा:
13 लाख पर पहले ₹ 1,04,000, अब ₹ 78,000। बचत: ₹ 26,000
14 लाख पर पहले ₹ 1,24,800, अब ₹ 93,600। बचत: ₹ 31,200
15 लाख पर पहले ₹ 1,45,600, अब ₹ 1,09,200। बचत: ₹ 36,400
16 लाख पर पहले ₹ 1,76,800, अब ₹ 1,24,800। बचत: ₹ 52,000
17 लाख पर पहले ₹ 2,08,000, अब ₹ 1,45,600। बचत: ₹ 62,400
18 लाख पर पहले ₹ 2,39,200, अब ₹ 1,66,400। बचत: ₹ 72,800
19 लाख पर पहले ₹ 2,70,400, अब ₹ 1,87,200। बचत: ₹ 83,200
20 लाख पर पहले ₹ 3,01,600, अब ₹ 2,08,000। बचत: ₹ 93,600
प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का इस कर्मचारी हितैषी निर्णय के लिए आभार व्यक्त किया।janjaagrukta.com