जांच में खुलासाः करमदा में गाय की मौत निमोनिया से हुई थी, गोठान में चारा, पानी का पर्याप्त इंतजाम

कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश, रिपोर्ट में खुलासा, स्वस्थ पशुओं में संक्रमण फैलने से रोकने मृत गाय के शरीर को तत्काल किया गया था आइसोलेट, ट्रैक्टर का किया इस्तेमाल।

जांच में खुलासाः करमदा में गाय की मौत निमोनिया से हुई थी, गोठान में चारा, पानी का पर्याप्त इंतजाम

बलौदाबाजार, जनजागरुकता। करमदा गोठान में गाय की मौत मामले का खुलासा कर दिया गया है। जांच में गाय की मौत निमोनिया से होने की पुष्टि हुई है। गोठान में चारा, पानी का पर्याप्त इंतजाम रखा गया है। मामले की रिपोर्ट कलेक्टर रजत बंसल को सौंपी गई है।

बता दें कि करमदा गौठान में हुए गायों की मौत संबंधी सूचना को कलेक्टर रजत बंसल ने गंभीरता से लिया। उसके बाद जिला पंचायत सीईओ को जांच के आदेश दिए थे। जिस पर संयुक्त जांच दल ने मौके का मुयायना कर गांव वालों से जानकारी ली, उनसे चर्चा की और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को सौंपी गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि किसान, ग्रामीण एवं सरपंच, सचिव ने आपसी सहमति से फसलों को लावारिश मवेशियों से बचाने के लिए गोठान में अस्थाई रूप से मवेशियों को चराने के लिए चरवाहा और चारा-पानी की समुचित व्यवस्था की गई है। रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी गई कि 14 अक्टूबर को 1 बीमार मवेशी की मौत चारे-पानी की कमी के कारण नहीं होना पाया गया। मामले में पशु चिकित्सक द्वारा प्रस्तुत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मवेशी को निमोनिया की बीमारी से मृत होना बताया गया।

ग्रामीणों के अनुसार रिपोर्ट में बताया गया कि उक्त गाय 3-4 दिनों से बीमार हालत में थी। जब गाय की मौत हुई तब उसे अन्य स्वस्थ गायों के समूह से अलग करने के लिए ट्रैक्टर मशीन का उपयोग करते हुए दूर ले जाया गया। चूंकि मृत गाय को दूर हटाने के लिए मजदूर की व्यवस्था में विलंब हो रहा था। इस दौरान किसी भी तरह का संक्रमण स्वस्थ पशुओं में ना फैले इसलिए मृत गाय के शरीर को तत्काल अलग करना जरूरी था।

रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि इसी दौरान मृत गाय के शरीर की फोटो लेकर लिया सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया। बताया गया कि गौठान में पर्याप्त मात्रा में चारा, पानी की समुचित व्यवस्था है। किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है।

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