देश की आजादी और नव निर्माण में स्व. घनश्याम सिंह गुप्त का बहुमूल्य योगदान रहा : सीएम बघेल

स्वर्गीय घनश्याम सिंह गुप्त के जयंती समारोह में सीएम भूपेश बघेल शामिल होकर ’विधान पुरूष’ पुस्तक का विमोचन किया।

देश की आजादी और नव निर्माण में स्व. घनश्याम सिंह गुप्त का बहुमूल्य योगदान रहा : सीएम बघेल

छत्तीसगढ़ विधानसभा में स्वर्गीय घनश्याम सिंह गुप्त का तैल चित्र लगाने की

मांग का सीएम ने समर्थन किया, कहा विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करेंगे

रायपुर, जनजागरुकता। सीएम भूपेश बघेल आज सवेरे यहां अपने निवास कार्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और संविधान निर्माण सभा की हिन्दी ड्रॉफ्ट कमेटी के अध्यक्ष स्व. घनश्याम सिंह गुप्त की जयंती समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्व. घनश्याम सिंह गुप्त महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। देश की आजादी और देश के निर्माण में तथा संविधान निर्माण में उनका बहुमूल्य योगदान था। ऐसे महापुरुष की याद में जयंती समारोह का आयोजन एक सराहनीय पहल है।

सीएम बघेल ने घनश्याम सिंह गुप्त स्मृति आयोजन समिति द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा में उनका तैल चित्र लगाने की मांग का समर्थन किया। कहा कि वे इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से इस संबंध में आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर के एक चौक का नामकरण स्व. घनश्याम सिंह गुप्त के नाम पर किया जाएगा और वहां उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्ग निवासी स्व. घनश्याम सिंह गुप्त सीपीएंड बरार प्रांत की विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष भी रहे। 

’विधान पुरूष’ का विमोचन, लेखक संजीव तिवारी का सम्मान

सीएम ने समारोह में स्व. घनश्याम सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाशित पुस्तक ’विधान पुरूष’ का विमोचन भी किया। इस पुस्तक के लेखक संजीव तिवारी हैं। सीएम बघेल ने पुस्तक के लेखक तिवारी को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने हमारे पुरखों को सुरता कर उनकी स्मृतियों को संजोने का सराहनीय प्रयास किया है। सीएम ने संजीव तिवारी को आयोजकों की ओर से सम्मानित करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

मूर्धन्य पुरखों की स्मृतियों को संजोने का काम सराहनीय

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक प्रदीप चौबे ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ी संस्कृति, सभ्यता और तीज त्यौहारों को नया जीवन देने का कार्य बखूबी किया जा रहा है। हमारे पुरखों का सम्मान बढ़ा है और छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान को बल मिला है। उन्होंने कहा कि हमारे मूर्धन्य पुरखों की स्मृतियों को संजोने के लिए नवा रायपुर के चौक-चौराहों का नामकरण उनके नाम पर करने और वहां पुरखों की मूर्ति स्थापित करने का सराहनीय निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है।

इनकी रही भागीदारी

इस अवसर पर पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष शालिनी यादव, घनश्याम सिंह गुप्त स्मृति आयोजन समिति के अध्यक्ष शंकर लाल ताम्रकार ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में आयोजन समिति के उपाध्यक्ष और नगर पालिका निगम दुर्ग के सभापति राजेश यादव, पूर्व पार्षद डॉ. राघवेन्द्र सिंह गुप्ता, सचिव अशोक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष कमल नारायण रूंगटा, दुर्ग के पूर्व महापौर आरएन वर्मा सहित अश्वनी साहू, अखिलेश यादव, स्व. घनश्याम सिंह गुप्त के परिवार के सदस्य और नागरिक उपस्थित थे।

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