हिंदू-देवताओं का बहिष्कार करने की दिलाई शपथ, भाजपा हुई हमलावर, मंत्री ने दिया पद से इस्तीफा
बता दें कि मामले को लेकर भाजपा ‘आप’ सरकार पर हमलावर हो गई है। राजेंद्र पाल ने अपने इस्तीफे के साथ चिट्ठी भी लिखी है।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। हिंदू-देवताओं का बहिष्कार करने की शपथ मामले के आरोप में फंसे दिल्ली आम आदमी पार्टी सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बीते दिनों उन्हें एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए हिंदू-देवताओं का बहिष्कार करने की बात करते देखा गया था। मामला तुल पकड़ते देख मंत्री पाल ने इस्तीफा सौंप दिया।
बता दें कि मामले को लेकर भाजपा ‘आप’ सरकार पर हमलावर हो गई है। राजेंद्र पाल ने अपने इस्तीफे के साथ चिट्ठी भी लिखी है। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से मनुवादी मानसिकता के लोग मुझे और मेरे परिवार को धमकी दे रहे हैं। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। मैं अपने समाज के हक की लड़ाई आगे भी लड़ता रहूंगा।
उन्होंने लिखा, मैं राजेंद्र पाल गौतम एक सच्चा देशभक्त एवं मन व हृदय से अंबेडकरवादी हूं। पिछले कुछ वर्षों से मैं लगातार देख रहा हूं कि मेरे समाज की बहन-बेटियों की इज्जत लूटकर उनका कत्ल किया जा रहा है। कहीं मंदिर में प्रवेश करने पर एवं मूर्ति छूने पर अपमान के साथ पीट-पीटकर हत्या की जा रही है। ऐसी जातिगत भेदभाव की घटनाओं से मेरा हृदय हर दिन छलनी होता है।
मैं 5 अक्टूबर 2022 को अंबेडकर भवन, रानी झांसी रोड पर मिशन जय भीम एवं बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा अशोक विजयदशमी के अवसर पर आयोजित बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह में समाज का एक सदस्य होने के नाते व्यक्तिगत रूप से शामिल हुआ था। इसका आम आदमी पार्टी और मेरे मंत्रीपरिषद से कुछ लेना-देना नहीं थी।
राजेंद्र पाल ने कहा है भाजपा इस मामले में गंदी राजनीति कर रही है और इससे आहत होकर मैं अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं नहीं चाहता की मेरी वजह से मेरे नेता अरविंद केजरीवाल और मेरी पार्टी पर किसी तरह की आंच आए। मैं अपनी बहन-बेटियों और समाज के लोगों के हक और अधिकार की लड़ाई को पूरे जीवन मजबूती से लडूंगा।
बता दें कि, 5 अक्टूबर को गौतम ने खुद ट्विटर पर इस कार्यक्रम की तस्वीरें साझा की थीं। उन्होंने कहा था कि दस हजार से अधिक लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाने और भारत को जातिवाद व छुआछूत से मुक्त कराने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।
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