2023 में नक्सल मोर्चे पर और बेहतर परिणाम देने का वादा
जगदलपुर में आयोजित State Level Co-ordination Meeting में पुलिस के आला अफसरों ने किया नक्सल नीति पर मंथन, कहा-हमारे जवानों के हौसले बुलंद हैं।
62 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए, 32 के शव बरामद
279 गिरफ्तार, 60 हथियार व 120 आईईडी बरामद
जगदलपुर, जनजागरुकता। जगदलपुर में आयोजित State Level Co-ordination Meeting में पुलिस के आला अफसरों ने नक्सल नीति पर मंथन कर कहा कि हमारे जवानों के हौसले बुलंद हैं। बैठक में तय गया कि बेहतर तालमेल से 2023 में और बेहतर परिणाम दिए जाएंगे।
आज 23 दिसंबर को बस्तर रेंज अंतर्गत जिला मुख्यालय, जगदलपुर में पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़ अशोक जुनेजा की अध्यक्षता में स्टेट लेवल को-ऑर्डिनेशन कमेटी (State Level Co-ordination Meeting) की उच्च स्तरीय बैठक पुलिस को-ऑर्डिनेशन सेंटर जगदलपुर में आयोजित की गई। बैठक में नक्सल विरोधी अभियान की समीक्षा कर बताया गया कि सर्चिंग अभियान के दौरान 62 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए, नक्सलियों के 32 शव बरामद किए गए, 279 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, 60 नक्सल हथियार व 120 आईईडी बरामद किए गए जो संयुक्त सफल रणनीति का हिस्सा है। इससे हमारे जवानों का मनोबल भी ऊंचा हुआ है तथा भविष्य में भी इसी तरह की रणनीति के साथ नक्सलियों के नापाक मंसूबों को विफल करना है। तय गया कि बेहतर तालमेल से 2023 में और बेहतर परिणाम दिए जाएंगे।
भटके हुए लोगों को समाज की मुख्य धारा में लौटाया गया
बैठक में बताया गया कि छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत बस्तर रेंज अंतर्गत पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष आत्मसमर्पण अभियान के तहत नक्सल विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने हेतु वर्ष 2022 में कुल 408 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया, जो एक सकारात्मक प्रयास का नतीजा है। इन समर्पित नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत आर्थिक सहायता एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की गई हैं। आगे भी भटके हुए लोगों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के प्रयास इसी तरह किए जाते रहेंगे।
18 नए कैंपों से लोगों को मिली सुरक्षा, विकास कार्य भी आगे बढ़े
बेहतर तालमेल से और बेहतर परिणाम देने की रणनीति बनी
बैठक में बताया गया कि बस्तर रेंज अंतर्गत दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादियों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई एवं क्षेत्र में विकास कार्यों को गति प्रदान करने हेतु वर्ष 2022 में 18 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए। इसमें जिला बीजापुर में नंबी, एटेपाल, पुसनार, जिला सुकमा में पोटकपल्ली, डब्बाकोंटा, एलमागुंडा, पिड़मेल, कुन्देड़, जिला बस्तर में चांदामेटा, कांटाबांस, जिला दन्तेवाड़ा में हिरोली, कामालूर, जिला कोन्डागांव में कुएंमारी, कुदूर, जिला नारायणपुर में ढोढरीबेड़ा एवं जिला कांकेर में पाढरगांव, अर्रा, चिलपरस कुल 18 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए। इन कैंपों के जरिए नक्सल संवेदनशील एवं सुदूर अंचल में सुरक्षा के साथ-साथ विकास की अवधारणा के तहत उक्त बेस कैंप के माध्यम से विकासमूलक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। इसके तहत सड़क, पुल-पुलिया एवं अन्य अधोसंरचना के निर्माण हेतु व्यापक सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
बैठक में पुलिस मुख्यालय रायपुर से उप पुलिस महानिरीक्षक आरएन दास, उप पुलिस महानिरीक्षक केएल ध्रुव, बस्तर रेंज से उप पुलिस महानिरीक्षक बालाजी राव कांकेर रेंज, उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप दन्तेवाड़ा रेंज, उमनि. एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बस्तर जितेन्द्र सिंह मीणा, पुलिस अधीक्षक कांकेर शलभ सिन्हा, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर सदानन्द कुमार, पुलिस अधीक्षक कोन्डागांव दिव्यांग पटेल, पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा सिद्वार्थ तिवारी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर अंजनेय वार्ष्णेय, केन्द्रीय अर्द्वसैनिक बल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वर्ष 2023 में नक्सल विरोधी अभियान को और बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के लिए आपसी समन्वय बनाकर लगातार बेहतर तालमेल बनाने के लिए चर्चा की गई।
बैठक में ये अफसर मौजूद थे
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विवेकानंद, अतिरिक्त महानिदेशक सीआरपीएफ वितुल कुमार, अतिरिक्त महानिदेशक बीएसएफ अनुराग गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी., सीआरपीएफ महानिरीक्षक साकेत कुमार सिंह, आईटीबीपी महानिरीक्षक संजीव रैना, बीएसएफ महानिरीक्षक इंद्राज सिंह एवं जिला पुलिस बल व सीएपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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