Winter में जोड़ो के दर्द से राहत दिलाएंगे ये नुस्खे- जानें उपाय
बता दें इस साल सर्दी के मौसम अब शुरू हो चूका हैं। ऐसे में जोड़ो का दर्द शुरू हो जाती हैं। कई लोगों तो ये दर्द इतना परेशान कर देता है कि उठना बैठना तक मुश्किल हो जाता है। जानें ऐसे में जोड़ो का दर्द ठीक करने के उपाय
जनजागरूकता, हेल्थ डेस्क। इस साल सर्दी के मौसम अब शुरू हो चूका हैं। ऐसे में स्किन काफी ड्राई हो जाती हैं। वहीं जैसे ही सर्दी का मौसम शुरु होती है, लोगों को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। ठंड का मौसम बहुत ही सुहावना होता है और अधिकरत लोगों को ये मौसम बहुत पसंद आता है. इस मौसम में कहा के पीने की भी अच्छी वैरायटी बनती है. इन सब अच्छाइयों के बीच ठंड अपने अपने साथ कई समस्याएं भी लेकर आता है और इसमें एक सबसे आम समस्या है जोड़ो का दर्द. कई लोगों तो ये दर्द इतना परेशान कर देता है कि उठना बैठना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ Tips बताएंगे जिनकी मदद से आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं।
एक्सरसाइज करें
सर्दी के मौसम में जोड़ो के दर्द से राहत पाने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है. ये जोड़ो के दर्द की समस्या को दूर करने में मदद करता है. एक्सरसाइज करने से ब्लड सर्कुलेशन तेज हालत है ऑयर body में गर्मी आती है.जिसकी वजह से जोड़ो में दर्द की समस्या कम होती है.
गर्म पानी से नहाएं
ठंड के मौसम में वैसे तो सभी गर्म पानी से नहाते हैं, लेकिन जिन लोगों को जोड़ो के दर्द की समस्या होती है उन्हें अनिवार्य रूप से गर्म पानी से नहाना चाहिए.ऐसा करने से हड्डियों के बीच अकड़न की समस्या कम होती है और जोड़ो की दर्द में आराम मिलता है. इससे ब्लड वेसल्स चौड़ा होता है और ब्लड का सर्कुलेशन भी सही रहता है और जोड़ो के दर्द की समस्याए से राहत मिलती है.
एंटी इंफ्लेमेटरी चीजों का सेवन करें
एंटी इंफ्लेमेटरी चीजें जैसे हल्दी, अदरक, लौंग घी और काली मिर्च का सेवन दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. ये चीजें एनाल्जेसिक की तरह काम करते हैं और जोड़ों में दर्द की समस्या को कम करते हैं. तो, सर्दियों में इन बातों का खास ख्याल रखें
हाइड्रेटेड रहें: हाइड्रेशन बहुत ज़रूरी है, खास तौर पर शुष्क सर्दियों के महीनों में। याद रखें, सिर्फ़ इसलिए कि आपको गर्मी और पसीना नहीं आ रहा है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप तरल पदार्थ नहीं खो रहे हैं। शुष्क हवा आपकी त्वचा और सांस के ज़रिए नमी खोने का कारण बन सकती है। निर्जलीकरण दर्द और पीड़ा के प्रति संवेदनशीलता बढ़ा सकता है, जोड़ों के तरल पदार्थ और चिकनाई को कम कर सकता है और मांसपेशियों में ऐंठन पैदा कर सकता है।