छत्तीसगढ़ में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल- पेट्रोल-पंपों में भारी भीड़, स्कूल बसों के पहिए थमे, सब्जियों की सप्लाई ठप
रायपुर, दुर्ग, सरगुजा, बिलासपुर, और बस्तर में हड़ताल के पहले दिन, बस स्टैंडों में सुबह से ही यात्री परेशान दिख रहे थे, जबकि ट्रकों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा।
रायपुर, जनजागरुकता। हिट एंड रन कानून के खिलाफ, मालवाहक और यात्री वाहन चालकों का तीन दिन का राष्ट्रव्यापी हड़ताल दूसरे दिन, मंगलवार को, व्यापक प्रभाव दिखा रहा है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर और अन्य जिलों में पेट्रोल पंपों पर सुबह से भारी भीड़ देखी गई, जिसका प्रभाव स्कूलों और सब्जी मंडियों तक पहुंचा। इसके तहत, कई स्कूली बसें ठहर गईं और सब्जी बाजारों में भी गाड़ियां नहीं पहुंचीं। रायपुर जगदलपुर की सड़कों पर ट्रक ड्राइवरों ने चक्काजाम किया।
राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन, छत्तीसगढ़ में एक मिला-जुला प्रभाव देखा गया। हड़ताल को बस और ट्रक यूनियन ने समर्थन नहीं दिया, लेकिन चालक हड़ताल में शामिल हो गए। छत्तीसगढ़ बस यूनियन के अनुसार, 70% बसों के पहिए थमे रहे और अंतरराष्ट्रीय और अंतरजिला बस सेवा प्रभावित रही।
रायपुर, दुर्ग, सरगुजा, बिलासपुर, और बस्तर में हड़ताल के पहले दिन, बस स्टैंडों में सुबह से ही यात्री परेशान दिख रहे थे, जबकि ट्रकों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव ने सभी कलेक्टरों को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि हड़ताल से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई प्रभावित नहीं हुई है। छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल धगट ने बताया कि हड़ताल के पहले दिन, शासन-प्रशासन के सहयोग से पुलिस की मौजूदगी में डिपो से गाड़ियां रवाना की गईं। मंदिर हसौद स्थित डिपो से पेट्रोलियम गाड़ियों की आवाजाही जारी है।