अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, कार्रवाई जारी..
बताया जा रहा कि, अस्पताल को सील करने और संचालक पर केस दर्ज होने के बाद अब दोनों शवों का एक साथ पोस्टमार्टम करने के लिए डीएम के निर्देश पर बुधवार को नवजात का शव मिट्टी से बाहर निकाला गया।
सोनभद्र, जनजागरुकता डेस्क। सोनभद्र के दुद्धी कस्बे के प्रेरणा हॉस्पिटल में जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। बताया जा रहा कि, अस्पताल को सील करने और संचालक पर केस दर्ज होने के बाद अब दोनों शवों का एक साथ पोस्टमार्टम करने के लिए डीएम के निर्देश पर बुधवार को नवजात का शव मिट्टी से बाहर निकाला गया।
बताया जा रहा कि, सोमवार की रात प्रेरणा हास्पिटल में प्रसव के कुछ देर बाद पहले नवजात की मौत हो गई और फिर मां ने भी दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाया। साथ ही आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों पर दबाव देकर शव को नदी के किनारे दफन करा दिया था।
प्रभारी एसओ व जांच अधिकारी काशी सिंह कुशवाहा ने बताया कि, घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया था। डीएम के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने मृतका के पति बेहराडोल निवासी सोनू पटेल की तहरीर पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज किया। जिसके बाद बुधवार की सुबह प्रेरणा हॉस्पिटल से 100 मीटर दूर बीड़र गांव में लौआ नदी किनारे दफनाए गए नवजात शिशु के शव को मजिस्ट्रेट ज्ञानेंद्र कुमार की मौजूदगी में मिट्टी से बाहर निकाला। वहीं वीडियो कैमरे की निगरानी में शव निकालने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस दौरान प्रेरणा हॉस्पिटल के चिकित्सक के विरुद्ध केस दर्ज करते हुए कार्रवाई की जा रही है। जच्चा-बच्चा के शव के पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी।