Jagannath Rath Yatra 2024: जगन्नाथ रथ यात्रा आज..
छतीसगढ़ में उड़ीसा सीमा से लगे बस्तर से लेकर सरगुजा के विभिन्न इलाको में रथयात्रा पारंपरिक,उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया जाता है!
रायपुर, जनजागरुकता। पूरा देश इन दिनों जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारी में जुटा हुआ है. इस रथयात्रा के प्रति लोगों की अपनी अगाध श्रद्धा और आस्था है. हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को रथदुतिया मनाई जाती है. इस दिन भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. इसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन ओडिशा के पुरी में देश भर से लाखों श्रद्धालु रथयात्रा में शामिल होने पहुंचते हैं. विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा आज यानी रविवार 7 जुलाई को निकाली जाएगी!
उसी तरह छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर समेत प्रदेश के मंदिरों में रथयात्रा निकाली जाएगी. छतीसगढ़ में उड़ीसा सीमा से लगे बस्तर से लेकर सरगुजा के विभिन्न इलाको में रथयात्रा पारंपरिक,उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया जाता है! इस दिन भक्तों को गर्भ गृह के बाहर भगवान जगन्नाथ का दर्शन करने का लाभ मिलेगा. उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा महारानी के साथ रथ पर बिठाकर यात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए तमाम तरह की तैयारियां भगवान जगन्नाथ के मंदिरों में कई जा रही हैं.
रायपुर जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी एव संस्थापक विधायक पंडित पुरन्दर मिश्रा ने जान जागरूकता मीडिया से बातचीत में बताया कि इस रथ यात्रा उत्सव के लिए भव्य सजावट की जा रही है. रविवार को निकलने वाली इस रथ यात्रा में भक्तगण साथ मिल कर भगवान के रथ की रस्सी को खींचते हैं. रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने की परंपरा भी पूरी की जाएगी. इसके लिए राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश के मंत्री और विधायकों समेत समस्त जनता को आमंत्रित किया गया है.इस यात्रा का भक्तों को साल भर से इंतजार होता है. रथ के समक्ष गीत-संगीत और नृत्य-संकीर्तन से इस रथ यात्रा की शुरुआत होगी. जगन्नाथ पुरी तर्ज पर स्वादिष्ट उड़िया व्यंजनों से भगवान को भोग अर्पण किया जाएगा.
मंदिर के संस्थापक के मुताबिक पूरे ब्रह्मांड में एक जगन्नाथ भगवान ही ऐसे भगवान है. जो वर्ष में एक बार बाहर आकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. प्रसाद के रूप में अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं. पूरे देश में पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में ही जगन्नाथ जी बलभद्र जी और सुभद्रा जी के लिए तीन अलग-अलग रथ बनाए जाते हैं. इसके बाद यह गौरव छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को प्राप्त है.
हजारों भक्तगण होंगे शामिल
प्रमुख ट्रस्टी विधायक पंडित पुरन्दर मिश्रा का कहना है कि जगन्नाथ रथ यात्रा उत्सव हम सबके लिए कल्याणकारी है. यह भगवान की सबसे प्रिय लीला है, जिसमें भगवान अपने भक्तों से इतना नजदीक से मिलते हैं कि वे बहुत प्रसन्न दिखाई देते हैं. भगवान की ऐसी प्रसन्नचित्त मुद्रा का जब कोई दर्शन कर लेता है तो वह अपने जीवन के सभी पापों से मुक्त हो जाता है.
चांपा के मालपुआ
सालभर में एक दिन रथयात्रा के दिन जांजगीर जिले के चांपा शहर में जगह जगह मालपुआ बनते हैं. रथयात्रा के बाद लोग इसे प्रसाद के रूप खरीद कर घर ले जाते हैं. भीड़ इतनी रहती है कि लोगो को मालपुआ खरीदने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता है. गुड़ से बनने वाले इस मालपुआ को लोग बहुत पसंद करते हैं.