Politice : तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश पर किया लगातार हमला..
बता दें पटना के गायघाट से कंगन घाट तक गंगा पथ के लोकार्पण के दौरान इंजीनियर का पैर पकड़ने वाला नीतीश कुमार का बयान राजनीति का बड़ा मुद्दा बन गया है।
पटना, जनजागरूकता। पटना एक कार्यक्रम से जुड़े मुख्यमंत्री के वीडियो प्रचारित होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं। पटना के गायघाट से कंगन घाट तक गंगा पथ के लोकार्पण के दौरान इंजीनियर का पैर पकड़ने वाला नीतीश कुमार का बयान राजनीति का बड़ा मुद्दा बन गया है। विपक्षी आरजेडी इसे लेकर बार-बार नीतीश कुमार पर हमलावर है नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वायरल वीडियो के साथ ट्वीट कर नीतीश कुमार की खुलकर आलोचना की है। मुख्यमंत्री को लाचार बताने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने गुरुवार को उनके संबंधित कार्यक्रम का वीडियो डाल एक बार फिर हमलावर तेवर दिखाए हैं।
नीतीश कुमार को नियम के अनुसार कार्रवाई करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को एक्स पर वीडियो पोस्ट करने के साथ ही लिखा कि, यदि कोई ठीकेदार या इंजीनियर समय पर काम नहीं करता तो उस पर नियमों के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए। न कि उसके हाथ जोड़ पैरों में पड़ गिडगिड़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी नहीं बल्कि मुख्यमंत्री पद की तौहीन कर रहे हैं।
वहीं लालू प्रसाद यादव की बेटी और आरजेडी की नेता रोहिणी आचार्य ने भी 'बिहार प्रशासन की बेबसी' पर तंज किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "बेबसी और शासन-प्रशासन पर कम्जोर पकड़ का आलम तो कुछ ऐसा है कि पैर छूने और पकड़ने की नौबत आ गई है।"
बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा पथ का उद्घाटन किया. इमेज स्रोत, बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा पथ का उद्घाटन किया।
क्या है मामला?
नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना में जेपी गंगा पथ का काम समय पर पूरा करने को लेकर वरिष्ठ अधिकारी से कहा था, "कहिए तो हम आपके पैर छू लेते हैं... इस साल करवा दीजिए..."
नीतीश के इस बयान पर कांग्रेस ने भी उनपर सवाल खड़े किए हैं.
भागलपुर से कांग्रेस विधायक अजित शर्मा ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि "नीतीश कुमार जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है और वो पैर छूने की बात करते हैं, यह शर्म की बात है."
उन्होंने कहा, "बिहार में अधिकारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है मुख्यमंत्री को अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए, पैर नहीं छूना चाहिए।