संयुक्त किसान मोर्चा ने कि बड़े धरने की तैयारी?
संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि वह किसानों के हित के लिए आंदोलन को आगे बढ़ाएगी. आंदोलन से पहले सभी राज्यों के संगठनों को मजबूत किया जाएगा.
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बुधवार को दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। जिसमें 17 राज्यों से 150 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि वह किसानों के हित के लिए आंदोलन को आगे बढ़ाएगी. आंदोलन से पहले सभी राज्यों के संगठनों को मजबूत किया जाएगा. अन्नदाताओं की जो मांगे हैं, उसे लेकर एक मांग पत्र तैयार किया जाएगा. ऑल इंडिया मूवमेंट के जरिए किसान की आवाज को दुबारा उठाया जाएगा. किसान संगठन का कहना है कि अन्नदाताओं के साथ सरकार ने झूठ बोला है.
संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में तय हुआ है कि अगले तीन-चार महीने में किसान आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे. किसान आंदोलन की सक्रियता के कारण ही बीजेपी ने भारी हार का सामना किया है. किसानों का 9 अगस्त को कॉरपोरेट भारत छोड़ो आंदोलन होगा. किसानों का फोकस चार राज्यों में होने वाले चुनावों पर होगा. जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में 'बीजेपी को बेनकाब करो' का आंदोलन चलाया जाएगा, ताकि लोगों तक अपनी बात पहुंचा जा सके.
एसकेएम की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़, उनका प्रतिनिधिमंडल 16, 17 और 18 जुलाई को लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों से मिलकर उन्हें मांगों की नई सूची सौंपेगा. साथ ही उनसे एनडीए सरकार पर दबाव बनाने का अनुरोध करेगा. एसकेएम नेतृत्व ने कहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिलने का समय माँगेंगे और उन्हें इस सिलसिले में ज्ञापन सौंपेंगे.