ईडी की कार्रवाई से अधिकारी, नेता, व्यापारियों में दहशत, छापेमारी जारी
रायपुर में चेंबर पदाधिकारी भरत बजाज के भाई रवि बजाज के यहां ईडी की टीम ने छापा मारा है। यहां हवाला की रकम को लेकर शक है।
रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ ईडी की लगातार कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने आईएएस रानू साहू, सूर्यकांत तिवारी के साथ और भी लोगों की संपत्ति अटैच कर दी है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में ₹540 करोड़ के कोलस्कीम मामले में ₹25 रुपए प्रति टन कोयले पर कमीशन लेने के आरोप प्रशासनिक अधिकारियों के साथ व्यापारियों व नेताओं पर लगे हैं। इसी के तहत ईडी ने आईएएस रानू साहु, सूर्यकांत तिवारी, विधायक देवेंद्र यादव, चंद्रादेव प्रसाद राय की संपत्ति अटैच की है।
इस मामले में एजेंसी ने ₹170 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी। यानी अब तक कुल ₹221.5 करोड़ की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इधर ईडी की कार्रवाई जारी है। आज चेंबर पदाधिकारी के भाई के यहां ईडी ने रेड की है।
हवाला की रकम पकड़ने सुबह-सुबह छापा
जानकारी अनुसार रायपुर में चेंबर पदाधिकारी भरत बजाज के भाई रवि बजाज के यहां ईडी की टीम ने छापा मारा है। जानकारी के मुताबिक अवैध उगाही की रकम हवाला के ज़रिए बाहर भेजने के शक में ईडी की सुबह से छापेमारी जारी है। ईडी सूत्रों का दावा है कि इसमें अरबों के लेन-देन का खुलासा हो सकता है।
कड़ी पूछताछ जारी
हवाला मामले पर मुख्य कर्ता-धर्ता रवि बजाज को बताया जा रहा था। शिकायत के आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की है। शराब ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह से भी ईडी की कड़ी पूछताछ जारी है।
यह भी कहा जा रहा..
यह भी कहा जा रहा है कि हालांकि रवि बजाज का किसी प्रकार से भरत बजाज से लेना-देना नहीं है। परिवार सूत्रों के अनुसार दोनों भाई अलग-अलग रहते है। इनका व्यवसाय भी अलग है। जनजागरुकता मीडिया ने भरत बजाज से बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं पाई। छापेमारी से संबंधित सही जानकारी बातचीत के बाद ही मिल सकेगी।
लगातार शिकायतों के बाद छापेमारी
बता दें कि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार की लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर ईडी की टीम संदिग्धों के यहां लगातार छापेमारी की है। वहीं अब भी दबिश देकर सबूत जुटाए जा रहे हैं। इस कार्रवाई मे कई प्रशासनिक अधिकारी, व्यापारी, नेता धरे गए हैं।
18 लोगों के 26 ठिकानों पर छापेमारी की थी
अब तक की गई ठोस कार्रवाईयों में परिणाम सामने आने लगे हैं। पूरी जांच के बाद दोषियों की अवैध संपत्तियों को चटैच किया जा रहा है। बता दें कि इसके पहले 31 मार्च को छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में करीब 18 लोगों के 26 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इसमें बड़े शराब कारोबारियों अमोलक सिंह भाटिया, पप्पू भाटिया, अनवर ढेबर, विनोद बिहारी, सौरभ केडिया, मनजीत चावला सहित अन्य लोगों के ठिकानों के अलावा आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी, एडीओ जनार्दन कौरव के ठिकानों पर भी छापा मारा गया था।
11 लोगों को दोबारा तलब किया गया था
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मैराथन पूछताछ के बाद 11 लोगों को पूछताछ के लिए ऑफिस ले आई थी। कयास लगाए जा रहे थे कि ईडी कुछ लोगों के ख़िलाफ़ प्रकरण दर्ज कर कोर्ट में पेश करेगी, लेकिन ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें दोबारा तलब करने के इरादे से नोटिस देते हुए छोड़ दिया था।