कांग्रेस में अंदरुनी, कुछ तो चल रहा.. घोषणा पत्र की जिम्मेदारी से टीएस सिंहदेव का साफ इनकार

छत्तीसगढ़ में अब दूसरे को जिम्मेदारी देने पर मंत्रणा चल रही है। सबसे ऊपर मंत्री मोहम्मद अकबर का नाम सामने आया है। वहीं मंत्री शिव डहरिया, अमरजीत भगत, ताम्रध्वज साहू और सांसद दीपक बैज का नाम भी चर्चा में है।

कांग्रेस में अंदरुनी, कुछ तो चल रहा.. घोषणा पत्र की जिम्मेदारी से टीएस सिंहदेव का साफ इनकार

रायपुर, जनजागरुकता। कांग्रेस में अंदरुनी खींचतान दिख रही है। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव पिछले चुनाव में जिम्मेदारी निभाए थे, पर इस बार चुनाव घोषणा पत्र को लेकर जिम्मेदारी निभाने से साफ इनकार कर दिया है। ऐसे में टीएस सिंहदेव और प्रदेश में पार्टी के जिम्मेदारों के बीच कुछ तो चल रहा है। इस सूचना के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेने से इंकार के बाद दूसरे को जिम्मेदारी देने पर मंत्रणा चल रही 

बता दें कि डिप्टी सीएम सिंहदेव के इस निर्णय के बाद से प्रदेश की राजनीति में तरह-तरह की बातें चल रही है। बीजेपी निशाने पर लेकर कांग्रेस पर निशाना साधने में लगी है।  

चर्चा है कि कुछ नामों में मंत्री मोहम्मद अकबर का नाम सामने आ रहा है। बता दें कि उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पार्टी के घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया है। ऐसे में नए नाम पर चर्चा की जा रही है। पार्टी के ऊच्च पदाधिकारियों से इस पर मंत्रणा की जा रही है। सूचना ये भी है कि मंत्री मोहम्मद अकबर का नाम आगे चल रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान उन्हें जल्द घोषणा पत्र समिति के चेयरमैन की जिम्मेदारी दे सकती है। 

जिम्मेदारी समझे, जनता की भावनाएं जानें

मामले पर तर्क है कि प्रदेश की जनता की भावनाओं को बेहतर तरीके से समझे, जिम्मेदारी निभाए। प्रदेश के सियासी गणित पर अच्छी पकड़ रखता हो। माना जा रहा है कि इन सभी क्राइटेरिया पर मंत्री मोहम्मद इसमें खरे उतर रहे हैं।

दिल्ली में टीएस सिंहदेव ने मना किया था

बता दें कि हाल में दिल्ली में हुई बैठक में टीएस सिंहदेव ने कहा था कि उन्हें घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी न दी जाए। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ उपस्थित प्रदेश के तमाम नेताओं के बीच चर्चा में अकबर के नाम पर सहमति बनी है।

चार नामों पर भी चर्चा

वहीं घोषणा पत्र समिति के लिए मंत्री शिव डहरिया, अमरजीत भगत, ताम्रध्वज साहू और सांसद दीपक बैज के नाम पर भी चर्चा की गई, लेकिन इन सबके बीच मोहम्मद अकबर का नाम सबसे ऊपर रखा गया है। अगर कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ तो इन 4 नामों में से किसी एक को भी घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

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